September 20, 2024

समाज के सहयोग से ही जिले को किया जा रहा है नशा मुक्त : पुलिस आयुक्त

Faridabad/AliveNews : फरीदाबाद पुलिस जनता, बुद्धिजीवियों तथा शहर के प्रबुद्ध नागरिकों के सहयोग से जिले को नशा मुक्त करने का अभियान जारी रखे हुए है, क्योंकि नशा युवा पीढी को गर्त के भविष्य में धकेल रहा है। यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम देश के युवा भविष्य को भटकने से रोके।

यह बात पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने सेक्टर-21 स्थित श्रीराम मॉडल स्कूल द्वारा आयोजित युवा जागृति भारत नशा छोडों आंदोलन कार्यक्रम के तहत छात्र-छात्राओं तथा शहर के विभिन्न स्कूलों के प्रबंधक, प्रिंसीपल तथा बुद्धिजीवियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से चल रहे नशा विरोधी अभियान के तहत फरीदाबाद पुलिस ने शहर की 20 कालोनियों तथा 50 गांवों को नशा मुक्त किया है।

उन्होंने छात्रों का आह्वान किया कि शिक्षा ग्रहण करने का उद्देश्य ज्ञान प्राप्त कर नौकरी करना नहीं बल्कि शिक्षा का वास्तविक मतलब देश, समाज के उत्थान में अपनी भूमिका निभाना तथा देश का जिम्मेदार नागरिक बनने का संकल्प होना चाहिए।

उन्होंने अध्यापकों से कहा कि वे बच्चों को पुस्तक ज्ञान के साथ-साथ भारतीय संस्कृति तथा संस्कारोंमुखी शिक्षा प्रदान करें ताकि बच्चों का सार्वभौमिक रूप से विकास हो सके। स्कूल की डायरेक्टर डॉ. अमृता ज्योति को पुलिस आयुक्त ने आश्वासन दिया कि वह जो अभियान चला रही है वह प्रशंसा की पात्र है। इस नशा मुक्ति मुहिम को आगे बढ़ाने में जो भी पुलिस प्रशासन से मदद हो सकेगी वह समय रहते दी जाएगी।

इस अवसर पर एस.एस बांगा, एचपीएससी के अध्यक्ष नरेंद्र परमार, राजदीप सिंह, मनीषा आनंद, सीनियर श्रीराम मॉडल हाई स्कूल जवाहर कालोनी के प्रिंसीपल विक्रम सिंह राठौर, डॉ. आर. के. शर्मा, जगदीप ग्रोवर, आनंद मेहता, रूपाली भाटिया, राजन गौतम, वीनू शर्मा, ऊषा वर्मा, हरिश चुघ सहित अनेक स्कूलों के प्रबंधक और प्रिंसीपल उपस्थित रहे।

श्रीराम माडल स्कूल प्रबंधन समिति की अध्यक्ष डा. अमृता ज्योति ने कहा कि शिक्षक तथा विद्यालय प्रबंधन बच्चों को नशे के दुष्परिणाम के बारे में प्रतिदिन बौधिक रखे ताकि बच्चे इस नशे से दूर रहे। उन्होंने कहा कि संकल्प यदि दृढ हो तो सिद्धि अवश्य प्राप्त होती है। उन्होंने स्कूली प्रबंधकों का आह्वान किया कि वे बच्चों को पुस्तक ज्ञान के साथ-साथ साधना से जोड़े, क्योंकि अध्यात्मिक शिक्षा बच्चों से छूट रही है। अब समय आ गया है कि हमें अध्यात्मिकता के साथ देश के उत्थान के लिए कार्य करना होगा। इससे पूर्व कवि दिनेश रघुवंशी, महेंद्र अजनबी, अनिल अग्रवंशी तथा ईशान देव ने देशभक्ति कविताएं सुनाकर पांडाल में मौजूद बच्चों को रोमांचित किया।