Uttar Pradesh/Alive News: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक में बड़ा फैसला किया है। उन्होंने आकाश आनंद को फिर से नैशनल कोऑर्डिनेटर बना दिया है। चुनाव में पार्टी को मिली करारी हार को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती हार की समीक्षा और आगे की रणनीति को लेकर पार्टी पदाधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक ले रही है। इस बैठक में मायावती के भतीजे आकाश आनंद भी शामिल हुए। आकाश ने अपनी बुआ मायावती के पैर छूकर आशीर्वाद लिया है। मायावती ने भतीजे आकाश के सिर पर हाथ रखा और फिर पीठ थपथपा कर आशीर्वाद दिया है।
दरअसल लोकसभा चुनाव के दौरान मायावती के भतीजे आकाश आनंद अपने बयानों को लेकर चर्चा में आ गए थे। आकाश ने सीतापुर में जनसभा के दौरान बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा था। जिसके बाद उनके खिलाफ सीतापुर में केस दर्ज हो गया था। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश को अपरिपक्व बताते हुए नेशनल कॉर्डिनेटर और अपने उत्तराधिकारी पद से हटा दिया था। वहीं बीजेपी पर फायर आकाश आनंद को हटाने से सपा समेत विरोधी दलों ने मायावती को कटघरे में खड़ा कर दिया था।
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद दावा किया गया कि आकाश को हटाए जाने के बाद मायावती का कोर वोटर इंडिया गठबंधन में ट्रांसफर हो गया, जिसकी वजह से बहुजन समाज पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली है। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती रविवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर रही है। इस बैठक में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता मौजूद है। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद हो रही इस बैठक में हार की समीक्षा हो रही है। साथ ही आगे की रणनीति पर भी खाका तैयार हो रहा है। इसी के चलते अब पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव होने है।
पंजाब और उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को एक बार फिर स्टार प्रचारक बनाकर बड़ी जिम्मेदारी दे दी है। आकाश बहन जी के बाद दूसरे नंबर के नेता है। वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आकाश आनंद को बुलाने और मायावती के द्वारा भतीजे को आशीर्वाद देने से ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही आकाश आनंद को एक बार फिर पार्टी बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। फिलहाल आकाश आनंद के पास कोई भी पद नहीं है। वो पार्टी नेता और मायावती के भतीजे की हैसियत से पार्टी की बैठक में मौजूद है।