Health/Alive News: जो लोग अपनी डाइट पर ज्यादा ध्यान देते है व हेल्दी खाना पसंद करते है उनके लिए यह डाइट है बेहद फायदेमंद। वैसे भी हर व्यक्ति के लिए वर्कआउट हो या डाइट, हर तरीके से खुद को फिट रखना प्राथमिकता होनी चाहिए।
अटलांटिक डाइट उत्तरी पुर्तगाल और उत्तर दक्षिण स्पेनिश कम्युनिटी से प्रेरित है। यह मेडिटेरेनियन डाइट के परिवार की ही है, जिसमें बहुत सारे फल, सब्ज़ियां, साबुत अनाज और सी फूड शामिल होते हैं।
लेकिन इनमें कुछ अंतर भी हैं। अटलांटिक डाइट में अधिक डेयरी, अधिक स्टार्ची कार्बोहाइड्रेट जैसे आलू और ब्रेड आदि शामिल होते हैं। यह लोकल, बिना प्रोसेस किए हुए डाइट पर फोकस करती है। इसका कुकिंग मैथड भी साधारण है जैसे ग्रिलिंग, बेकिंग आदि जो कि हेल्थी लाइफस्टाइल को प्रमोट करता है।
अधिक फिश, दाल, साबुत अनाज और सब्जियों का सेवन करने से सी-रिएक्टिव प्रोटीन का लेवल कम हो जाता है जिससे संक्रमण कम होता है ।सी-फूड या फिश में ओमेगा-थ्री फैटी एसिड पाया जाता है, जो कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों से बचाव करता है।
साबुत अनाज, फल, सब्ज़ी, दाल, नट्स आदि में पर्याप्त मात्रा में फाइबर, विटामिन, मिनरल और एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है जो संपूर्ण सेहत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है, एजिंग धीमा करता है और बैड कॉलेस्ट्रॉल कम करता है।
प्लांट बेस्ड फूड में पोटेशियम और मैग्नीशियम की मात्रा अधिक होती है जिससे ये ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है।
यह बैड कॉलेस्ट्रॉल को कम करता है। यह बेली फैट को कम करता है और मोटापा दूर करता है। यह हेल्दी एजिंग को प्रमोट करता है।यह कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों से बचाव करता है।यह डिप्रेशन कम करता है।