Health/Alive News: मौसम सर्द होने लगा है। इस मौसम में ठंडी हवाएं कई तरह की बीमारियों की वजह बनती हैं। अक्सर लोगों को सर्दी के मौसम में सर्दी जुकाम की शिकायत होने लगती है। हालांकि सर्दी जुकाम की समस्या कुछ दिनों में ठीक हो जाती है लेकिन कई बार सर्दी-जुकाम और खांसी लोगों को कई दिनों तक परेशान करता है।
इसके साथ ही सर्दियों में वायरल इन्फेक्शन भी होने की संभावना बढ़ जाती है। इस मौसम में व्यायाम का अभाव, बाहर टहलने जाना कम हो जाता है, जो सर्दी जुकाम का कारण बन सकता है। जरूरी सावधानी बरतने और सही समय पर मौसमी बीमारी का उपचार करने से वायरल इफेक्शन या जुकाम से बचा जा सकता है।
बाम भस्त्रिका
इस योग के अभ्यास से सर्दी, जुकाम से काफी राहत मिलती है। बाम भस्त्रिका के अभ्यास के लिए दाएं हाथ के अंगूठे से दाईं नासिका को बंद करके बायीं नासिका से तेज गति से सांस लें और छोड़ें। इस प्रक्रिया को दस बार करें। ध्यान रखें कि सांस लेते समय पेट अंदर आना चाहिए और सांस छोड़ते समय पेट बाहर आना चाहिये। यह प्रक्रिया बायीं नासिका की तरफ भी दोहराएं।
भुजंगासन
मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए नियमित भुजंगासन का अभ्यास करना चाहिए। इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेटकर हथेली को कंधों के नीचे रखें। श्वास लेते हुए शरीर के अगले हिस्सों को ऊपर की ओर उठाएं। 10-20 सेकंड्स तक इसी स्थिति में रहें और फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं। भुजंगासन कई और स्वास्थ्य समस्याओं में लाभदायक माना जाता है।
पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन योग का अभ्यास सर्दी जुकाम से दूर रखता है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेटकर दोनों पैरों को मिलाते हुए हथेली को जमीन पर लगाएं। अब दाहिने पैर को घुटने से मोड़ते हुए छाती तक लगाएं। फिर अपने दोनों हाथों की उंगलियों को मिलाते हुए घुटने से थोड़ा नीचे होल्ड कर लें। अब पैरों से छाती पर दबाव पड़े तो धीरे-धीरे सांस को अंदर बाहर छोड़ें।