October 25, 2024

पुलिस ने साइबर अपराध के प्रति किया जागरूक

Faridabad/Alive News: साईबर फ्रॉड के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम के तहत सतीश कुमार व उनकी टीम ने गवर्नमेंट गर्ल सीनियर सेकेंडरी स्कूल एनआईटी में यातायात नियम और साइबर फ्रॉड के संबंध में जागरूक किया है। इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्य राजेन्द्र कुमार ललीत जोशी रामकरण के साथ स्कूल की छात्राओं ने भाग लिया है।

यातायात थाना प्रबंधक ने अपनी टीम के साथ सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों व साईबर फ्रॉड के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन गवर्नमेंट गर्ल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में किया गया। विद्यार्थियों को पुलिस टीम के द्वारा यातायात नियमों की जानकारी देते हुए बताया कि रोड पर सावधानी से चलाना चाहिए नही तो सावधानी हटी दुर्घटना घटी। अपने बचाव में ही सबका बचाव है। उन्होंने विद्यार्थियों को ट्रैफिक संबंधित कानूनी जानकारी देते हुए सड़क दुर्घटना से बचने के लिए कई उपाय बताएं।

अपने वाहन को हमेशा धीमी गति और अपनी तय सीमा में ही चलाएं तथा वाहन चलाते समय फोन का इस्तेमाल और एयरफोन का इस्तेमाल न करे नही वाहन चलाते समय ऊंची आवाज में संगीत बजाएं। गाड़ी चलाते समय स्वयं सावधानी बरतें इससे अपने बचाव के साथ साथ दूसरे का भी बचाव होता है। रात के समय अंधेरा होता है इसलिए इंडिकेटर और अपनी गाड़ी के ऊपर रिफ्लेक्टर टेप अवश्य लगानी चाहिए। जिससे कि सड़क दुर्घटना न हो और यात्रा भी सुरक्षित हो।

दुपहिया वाहन चालक को हेलमेट अवश्य लगाना चाहिए। गाड़ी चलाते समय सीट बेल्ट का इस्तेमाल अवश्य करें। उन्होंने कहा कि यह बाते अपने पास ना रखकर विद्यार्थी अपने परिवार वालो तथा अपने सम्पर्क में आने वालो को बता कर प्रेरित करें। उन्होंने सड़क दुर्घटना होने वाले नुकसान के संबंध में सरकारी की लाभकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने दुर्घटना होने पर नंबर 112 तथा साईबर फ्रॉड होने पर तुरंत 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराए। इस नम्बर पर साइबर क्राइम से संबंधित अपनी शिकायत दे सकते हैं।

ऑनलाइन ठगी का शिकार हुआ व्यक्ति जैसे ही हेल्पलाइन नम्बर पर शिकायत देता है। फ्रॉड की जानकारी के आधार पर जिस एकाउंट में पैसे गए है। साइबर क्राइम डेस्क द्वारा उस एकाउंट को फ्रीज कर दिया जाएगा और जिस एकाउंट में आपका पैसा गया है। एकाउंट का मालिक पैसा निकल नही पाएगा। इस पोर्टल और हेल्पलाइन पर दी गई शिकायतों पर पोर्टल अमाउंट को फ्रीज करवाने के बाद शिकायत को संबंधित थाने की साइबर डेस्क पर फारवर्ड कर देता है। ब्लॉक करवाई गई धनराशि को वापस पीडिंतों के खाते में भिजवाने की प्रक्रिया पूरी की जाती है।