November 25, 2024

दिल्ली में ISIS मॉड्यूल का भंडाफोड़ः 3 संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार, देश में बड़े हमले की थी तैयारी

New Delhi/Alive News: दिल्ली में आईएसआईएस के आतंकियों की तलाश कर रही दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ISIS के तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार संदिग्धों के नाम शाहनवाज उर्फ शैफी उज्जमा, मोहम्मद रिजवान और मोहम्मद अरशद वारसी है। वहीं शाहनवाज दिल्ली और पुणे ISIS मॉड्यूल का ऑपरेटिव है, वह पेशे से इंजीनियर है। वहीं बाकी दोनों भी ISIS के संदिग्ध आतंकी है और काफी पढ़े लिखे है। शाहनवाज की तलाश NIA काफी दिनों से कर रही थी।

दिल्ली में ISIS आतंकी गिरफ्तार
दिल्ली का रहने वाला शाहनवाज पेशे से इंजीनियर है। वह पुणे पुलिस कस्टडी से फरार होने के बाद दिल्ली में छिपा हुआ था। शहनवाज की पत्नी पहले हिंदू थी, उसका धर्म बदलवाकर पहले इस्लाम कुबूल करवाया गया और रेडिक्लाइज किया। वह भी शहनवाज का साथ दे रही थी। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उसकी बहन भी फरार है। शहनवाज कई स्पॉट पर कैंप बनाकर नार्थ इंडिया में आतंकी ट्रेनिंग कैंप खोलना चाहता था। वहीं ISIS के पुणे माड्यूल के फरार आतंकी रिजवान दिल्ली के दरियागंज का रहने वाला है।

NIA को तीनों आतंकियों के दिल्ली में छिपे होने के इनपुट मिल थे। जिसके बाद रविवार को जांच एजेंसी की टीम पुलिस के साथ मिलकर कई जगहों पर छापेमारी करने पहुंची थी लेकिन उसके हाथ कोई भी सुराग नहीं लग सका था। जांच एजेंसी और पुलिस तीन इनामी आतंकियों मोहम्मद शाहनवाज आलम उर्फ शैफी उज्जमा उर्फ अब्दुल्ला, रिजवान अब्दुल हाजी अली और अब्दुल्लाह फयाज शैख की तलाश कर रही थी।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल ने बताया कि, पिछले महीने एनआईए ने तीन ऐसे लोगों के नाम घोषित किए थे, जिनका अलग-अलग ब्लास्ट में रोल था। उनमें से एक आरोपी था मोहम्मद शाहनवाज। आज उसको और उसके दो साथियों मोहम्मद रिजवान अशरफ व मोहम्मद अशरफ को आज सुबह अरेस्ट किया गया है। मोहम्मद रिजवान अशरफ मौलाना भी है। शाहनवाज को जैतपुर, अरशद को मुरादाबाद और रिजवान अशरफ को लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है।

आज कोर्ट में सभी को पेश करके सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड ली गई है। शाहनवाज के ठिकाने से पिस्टल, आईईडी बनाने का सामान, विस्फोटक बनाने का सामान, अलग-अलग तरफ के केमिकल और जेहादी व बम बनाने का लिटरेचर, जो पाकिस्तान से आया था, बरामद किया गया है। आरोपियों ने पश्चिमी भारत, दक्षिण भारत और उत्तरी भारत में रेकी की और काफी दिन बिताए। पश्चिमी घाटों में उन्होंने रेकी थी, जंगलों में ये कई हफ्ते रहे, जहां इन्होंने बम विस्फोट का ट्रायल किया।

आतंकियों ने कई जगह बनाए हैं ट्रेनिंग कैंप
जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने कई जगह ट्रेनिंग कैंप बना रखे थे। ये प्रयोग के बाद अपने हैंडलर को रिपोर्ट करते थे। इन्हें पूरा सामान स्थानीय जगह से लेने के लिए कहा गया था जिससे देश के बाहर बैठे लोगों का नाम न आने पाए। इनके कुछ और लोग संपर्क में थे जिनसे भी पूछताछ चल रही है। इनको अलग-अलग टास्क दिए गए थे।

शाहनवाज विश्वेसरैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पढ़ा है। वह माइनिंग इंजीनियर है। माइनिंग की पढ़ाई के चलते उसे ब्लास्ट का नॉलेज था। उसने बम बनाने के कई प्रयोग किए। उसे इंटरनेट का बहुत नॉलेज है। उसकी पत्नी हिंदू थी जिसका नाम बसंती पटेल थ।उसने इस्लाम अपना लिया था और फिर मरियम नाम रख लिया। वह अभी फरार है। शाहनवाज हजारीबाग का रहने वाला है।

मोहम्मद अरशद वारसी भी झारखंड का रहने वाला है। वह अलीगढ़ यूनिवर्सिटी से पढ़ा है। उसने बीटेक इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है और अभी जामिया से पीएचडी कर रहा है। मोहम्मद रिजवान अशरफ मौलाना है. वह यूपी के आजमगढ़ का रहने वाला है। उसने गाजियाबाद से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है और अभी प्रयागराज में रह रहा था।

ब्लास्ट करके अधिक से अधिक लोगों की जान लेना था मकसद
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल ने कहा कि, इनका मैक्सिमम कैजुअल्टी के लिए ब्लास्ट करना उद्देश्य था। बड़े लोगों को टारगेट करना था। फंडिग ट्रेल हमारे पास है। आतंक के लिए यह जो भी क्राइम करते हैं उसे ‘माले गनीमत’ कहते हैं।

18 जुलाई को यह पुणे से कार चोरी करके भाग रहा था उसमें इमरान और यूसुफ को पुणे पुलिस ने पकड़ा। उन पर 5 लाख का इनाम था और उनका चितौड़गढ़ ब्लास्ट में हाथ था। उन पर 5 लाख का इनाम था और उनका चितौड़गढ़ ब्लास्ट में हाथ था। यह वहां से भाग गया था। इन्हें नेट के जरिए बाहर से सब कुछ मिल रहा था. यह ISIS का पेन इंडिया मॉड्यूल है। तीन इनामी आतंकियों में से शाहनवाज अब पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। बता दें कि यह गिरफ्तारियां दिल्ली और दूसरे राज्यों से हुई हैं। पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है।