November 16, 2024

सिंधू बोली, स्वर्ण जीतने के लिए अपनी जान लगा दूंगी

रियो ओलंपिक फाइनल में जगह बनाने के बाद रोमांचित भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने कहा है कि वह देश के एकमात्र ओलंपिक व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता के रूप में दिग्गज निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के सफर को खत्म करने को लेकर उत्सुक हैं.

विश्व चैम्पियनशिप की दो बार की कांस्य पदक विजेता सिंधू ने गुरुवार को 49 मिनट तक चले सेमीफाइनल मुकाबले में जापान की आल इंग्लैंड चैम्पियन नोजोमी ओकुहारा को 21-19, 21-10 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया. दुनिया की 10वें नंबर की खिलाड़ी सिंधू शुक्रवार शाम फाइनल में दो बार की विश्व चैम्पियन और शीर्ष वरीय स्पेन की कैरोलिना मारिन से भिड़ेंगी.

सिंधू ने कहा, ‘मेरा लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतना है और मैं अपनी जान लगा दूंगी. मुझे लगता है कि मैंने हर बार कड़ी मेहनत की है. सभी का लक्ष्य ओलंपिक में पदक जीतना होता है, एक और मैच बचा है. निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि मेरे पास मौका है.’ उन्होंने कहा, ‘दबाव जैसा कुछ नहीं है. सिर्फ इतना है कि मुझे अपना शत प्रतिशत देना होगा. मैं के मैच के लिए पूरी तरह से तैयार हूं. यह आसान नहीं होने वाला. वह काफी कड़ी प्रतिद्वंद्वी है. यह ओलंपिक फाइनल है और वह काफी अच्छा खेल रही है. यह इस पर निर्भर करता है कि कौन अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता है और कल फाइनल जीतता है.’

सिंधू के सेमीफाइनल में जीत से कम से कम रजत पदक सुनिश्चित करने के बाद बिंद्रा ने ट्वीट किया, ‘आपको नहीं पता कि मैं कितना अकेला हूं, मैं इंतजार कर रहा हूं कि आप क्लब में मेरे साथ आएं’. इस ट्वीट के जवाब में सिंधू ने कहा, ‘मैं इस इच्छा को सच बनाउंगी. मैं इसके लिए जान लगा दूंगी और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी.’

पहली बार ओलंपिक में हिस्सा लेते हुए फाइनल में जगह बनाकर रोमांचित सिंधू ने कहा, ‘उम्मीद करता हूं कि कल भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी. पहली बार ओलंपिक में खेल रही हूं और कल फाइनल भी खेलूंगी. यह शानदार अहसास है. मैं एकाग्र हूं. सर्वश्रेष्ठ की उम्मीद करती हूं.’ महिला पहलवान साक्षी मलिक के 58 किग्रा फ्रीस्टाइल में भारत के लिए कांस्य पदक जीतने के 24 घंटे से भी कम समय में सिंधू ने भारत के लिए एक और पदक तय किया.

साक्षी को बधाई देते हुए सिंधू ने कहा, ‘मैं उससे नहीं मिली. मैंने उसे टीवी पर देखा और मैं निश्चित तौर पर कांस्य पदक के लिए उसे बधाई दूंगी. उसने शानदार खेल दिखाया. यह भारत के लिए शानदार है.’