November 18, 2024

ब्रेन ट्यूमर के लक्षण को न करें नजरअंदाज, विशेषज्ञ ने बातए ये संकेत

Lifestyle/Alive News: ब्रेन ट्यूमर एक खतरनाक बीमारी है। ब्रेन ट्यूमर ब्रेन या उसके आसपास सेल्स की अब्नॉर्मल ग्रोथ है। ब्रेन ट्यूमर कैंसर या नॉन-कैंसर हो सकता है, जिसके कई कारण हो सकते है। ये कारण ट्यूमर के विकास में योगदान देते हैं, जब शरीर में असामान्य रूप से बढ़ते हुए टिशू के कारण दिमाग के किसी भी हिस्से में एक गांठ या ट्यूमर उत्पन्न हो जाता है। इस ट्यूमर में सेल्स तेजी से विकसित होते हैं और यह ब्रेन के काम बाधित करत है। यह ट्यूमर अन्य कई कारण से भी हो सकता है। अगर समय पर इलाज न किया जाए तो यह ब्रेन को नुकसान पहुंचा सकता है और जानलेवा हो सकता है।

ब्रेन ट्यूमर के संकेत
-बार बार तेज़ सिरदर्द होना
-बेवजह उलटी या बेचैनी मेहसूस होना
-धुंधला दिखाई देना
-डबल विजन
-हाथ पैर में दर्द बोलने में परेशानी
-थकान महसूस होना
-डिप्रेशन
-चीज़ो को भूलना

ब्रेन ट्यूमर का इलाज़
ट्यूमर ग्रोथ को बढ़ाने में मदद मिलती है: ब्रेन ट्यूमर आक्रामक हो सकते हैं और जल्दी से आकार में बढ़ सकते हैं, जिससे ब्रेन के भीतर दबाव बढ़ जाता है। समय पर उपचार जैसे सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी या कीमोथेरेपी का उद्देश्य ट्यूमर को हटाना या सिकोड़ना है, जिससे आगे बढ़ने और संभावित रिस्क को कम किया जा सके।

लक्षण को मैनेज किया जा सकता है: ब्रेन ट्यूमर कई प्रकार के लक्षण पैदा कर सकता है, जिसमें सिरदर्द, दौरे, कॉग्नेटिव चेंजेस, संतुलन की समस्याएं शामिल हैं। शीघ्र उपचार ही इन लक्षणों को कम कर सकता है और रोगी की लाइफ क्वालिटी में सुधार कर सकता है।

ब्रेन ट्यूमर के लक्षण और कारणों से अनजान लोगों के लिए जानलेवा हो सकती है ये बीमारी, जानिए कैसे

न्यूरोलॉजिकल डैमेज को रोक सकता है: ब्रेन ट्यूमर आसपास के ब्रेन टिश्यू पर दबाव डाल सकता है, जिससे न्यूरोलॉजिकल कमी हो सकती है। अगर अनकंट्रोल छोड़ दिया जाता है, तो यह दबाव ब्रेन स्ट्रक्चर को डैमेज कर सकता है और समय पर उपचार इन जटिलताओं को रोकने या कम करने में मदद कर सकता है।

बेहतर डायग्नोस में मददगार: आमतौर पर शुरुआती में ही पहचान करने और उपचार बहतर रिजल्ट देते है। देरी से इलाज होने पर ट्यूमर काफी बढ़ सकता है, जिससे इसे पूरी तरह से हटाने या प्रभावी ढंग से इलाज करने के लिए चुनौतीपूर्ण बन सकता है।

यहां दी गई जानकारी और सामान्य जानकारियों पर आधारित है। ट्यूमर का पता लगने पर चिकित्सीय सलाह जरूर लें।