Faridabad/Alive News: गांव पाली की जमीन पर कचरा घर बनाए जाने के विरोध में रविवार को पाली गांव में 12 गांवो की महापंचायत हुई। जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि गांव में कोई कचरा घर नहीं बनने दिया जाएगा। इसके बाद महापंचायत में शामिल लोग केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के कार्यालय पहुंचे और धरना प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन को चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएगी, तब तक ग्रामीण केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के कार्यालय के बाहर से नही हटेंगे और विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।
आज रविवार को महापंचायत में पाली, पांखल, मोहताबाद, नवादा, भांकरी, सिरोही, धौज, आलमपुर, मांगर, अनखीर, गांव डबुआ इत्यादि सहित करीब 2 हजार से ज्यादा ग्रामीण शामिल हुए और सभी ने अरावली में कचरा घर बनाने का पुरजोर विरोध किया।
गौरतलब रहे कि ग्रामीण गांव में बन रहे कचरा घर के विरोध में पहले भी दो बार विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं और केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से गांव में कचरा घर बनाने पर रोक लगाने की गुहार लगा चुके हैं। अब यह तीसरी बार विरोध किया जा रहा है जब ग्रामीण ने गांव में कचरा घर बनाए जाने का विरोध किया है। ग्रामीणों का आरोप है कि फरीदाबाद प्रशासन के साथ-साथ मंत्री भी ग्रामीणों को गुमराह कर रहे हैं। उधर, अधिकारियों ने पाली गांव में कचरा घर बनाने का टेंडर भी छोड़ दिया है।
वहीं सेव अरावली संस्था एवं महापंचायत के संयोजक जितेंद्र भड़ाना ने बताया कि पहले फरीदाबाद प्रशासन ने बांधवाडी में कचरे का पहाड़ खड़ा कर दिया। जिसकी वजह से बांधवाडी गांव का जल और वायु दोनों जहरीले हो गए। आज वहां के लोगों के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड रहा है।
इसके अलावा फरीदाबाद प्रशासन ने नहर पार गांव मिर्जापुर की जमीन में कचरा घर बनाने का फैसला लिया तो वहां पर भी ग्रामीणों के लम्बे विरोध के बाद रोक लगी। अब फरीदाबाद प्रशासन गांव पाली को कचरा घर बनाने पर आमादा है। यहां पर भी ग्रामीण लगातर विरोध कर रहे हैं, लेकिन मंत्री प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए तैयार नहीं है।
धरना-प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने मंत्री कृष्णपाल पर आरोप लगाया कि वह उनको अनदेखी कर रहे हैं। वह उनके कार्यालय के बाहर पिछले दो घंटे से बैठे है लेकिन मंत्री बात करने को तैयार नहीं है। उल्टा उन्हें बाहर रोकने के लिए पुलिस तैनात की हुई हैं और बेरीगेट्स भी लगावा दिये है। यदि मंत्री ने जल्द ही गांव में बनने वाले कचरा घर को नहीं रोका तो चुनाव के समय ग्रामीण अपने गांव में भी उनके लिए बेरीगेट लगवा देंगे।