Faridabad/Alive News: सेक्टर 89 रिवाज़पुर स्थित जीवाग्राम भारत का एक ऐसा अद्भुत आयुर्वेदिक संस्थान है। जहाँ संस्थान का मुख्य उद्देश्य रोग के मूल कारणों को जानकर उसके जड़ तक जाना है और उसे समाप्त करने के लिए आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक सिद्धांतों को अपनाते हुए रोग के कारणों को समाप्त करना है। जीवाग्राम का आयुर्वेदिक उपचार का दृष्टिकोण भले ही प्राचीन और पारंपरिक आयुर्वेदिक पद्धतियों से लिया गया है। लेकिन यह आधुनिक ढंग से संचालित है।
यह वैज्ञानिक डेटा संचालित प्रोटोकॉल पर आधारित है एवं आयुर्वेद के अद्वितीय उपचार के दृष्टिकोण को अपनाया जाता है। रोगी के देखभाल की उच्चतम गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए अनुसंधान डेटा एकत्र करके उसके सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को डेटा के रूप में संभाल कर रखता है और उपचार के दौरान प्रत्येक पक्ष पर ध्यान केन्द्रित किया जाता है। जीवाग्राम की महत्वपूर्ण बात यह है कि यहाँ प्रकृति के बीच लोगों का उपचार प्राकृतिक ढंग से ही यह किया जाता है। जिसका परिणाम अत्यंत लाभकारी होता है।
जीवाग्राम में देश विदेश से अनेकों लोग आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का लाभ प्राप्त करने आते हैं। यहाँ उनका पंचकर्म शोधनद्ध चिकित्साए योग और ध्यानए राग चिकित्साए प्राकृतिक चिकित्साए आयुर्वेदिक खाना पकाने की कक्षाएं जड़ी बूटियाँ और विभिन्न आहार और जीवन शैली से संबंधित अनेक गतिविधियों से आयुर्वेदिक उपचार किया जाता है। जीवा आयुर्वेद के निदेशक डॉ प्रताप चौहान के अनुसार आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति आज अतंराष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत अधिक प्रचलित हैं इसलिए छात्र यहाँ आयुर्वेद के विषय में पढऩे आते हैं उन्हें प्राकृतिक एवं आयुर्वेदिक चिकित्सा के साथ साथ जीवन शैली एवं सात्विक आहार पद्धति एवं अन्य अनेक विषयों से भी अवगत कराया जाता है।
जो हमारे घरों में ही उपलब्ध होते हैं। जीवाग्राम के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण विषय है कि यहाँ पर विदेशों से भी अनेक लोग आयुर्वेदिक उपचार प्राप्त करने के लिए आते हैं। जिसमें साउथ अफ्रीकाए फ्रांसए यू.एस.ए.युनियन एवं पोलैंड से आए मरीजों का उपचार चल रहा है और वे सभी जीवाग्राम में दी जाने वाली चिकित्सा पद्धति से एवं यहाँ की कार्यशैली से अत्यंत प्रसन्न एवं संतुष्ट हैं।