Faridabad/Alive News: महावारी के दिनों में भी बेटियां स्कूल आ सकें और अपनी पढ़ाई जारी रख सकें, इसके लिए जिले के एनआईटी-5 स्थित राजकीय स्कूल में सालों पहले रोटरी क्लब ने सेनेटरी पैड की वेंडर मशीन लगाई थी, जो अब कबाड़ हो गई है। इन सबके बीच हैरानी की बात तो यह है कि जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास राजकीय स्कूलों में लगी सेनेटरी पैड वेंडर मशीन तक का रिकॉर्ड तक उपलब्ध नहीं है।
दरअसल, एनआईटी-5 सरकारी स्कूल में लगी वेंडर मशीन लगभग पांच सालों से खराब पड़ी है। मशीन खराब होने के कारण अब बेटियां महावारी के दिनों में स्कूल आने से कतराती हैं। वहीं, उनकी स्कूल में हाजरी पर भी लगातार असर पड़ रहा है। इस राजकीय स्कूल में बेटियों की अधिक संख्या को देखते हुए रोटरी क्लब ने कई साल पहले सेनेटरी पैड की वेंडर मशीन लगाई थी, ताकि महावारी के दिनों में बेटियों को कोई परेशानी न हो। मशीन खराब होने के बाद से महावारी के दिनों में बेटियों ने स्कूल आना बंद किया हुआ है।
वहीं, स्कूल छात्राओं के मुताबिक स्कूल के शौचालयों में स्वच्छता की कमी रहती है। इसका परिणाम यह है कि उन्हें सैनिटरी पैड को नष्ट करने के लिए पेपर या पॉलीथिन का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। इससे छात्राओं में बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। सैनिटरी पैड को नष्ट करने की मशीन पिछले कई सालों से बंद पड़ी है। इसके कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
क्या कहना है अधिकारियों का
जिले के शायद एक- दो राजकीय स्कूलों में ही सेनेटरी पैड की वेंडर मशीन लगी है। वह भी विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा ही लगाई गई है। इसका रिकॉर्ड अभी हमारे पास उपलब्ध नहीं है। जल्द ही इसका रिकॉर्ड स्कूल प्रिंसिपल से ले लिया जाएगा।
-मुनेश चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी।