Gurugram/Alive News : 8 सितंबर को सात साल के मासूम प्रद्युम्न की हत्या के 9 दिन बाद गुड़गांव का रयान इंटरनेशनल स्कूल आज दोबारा खुल रहा है, हालांकि अब यह स्कूल तीन महीने के लिए हरियाणा सरकार के अधीन है. इस बीच प्रद्युम्न के पिता ने सीबीआई जांच शुरू होने तक दोबारा स्कूल खोलने पर आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि स्कूल खुलने के बाद सबूतों से छेड़छाड़ हो सकती है. साथ ही सुरक्षा कमियों को दूर किए बिना स्कूल खोलना दूसरे बच्चों के लिए ख़तरनाक हो सकता है. ऐसे में सीबीआई जांच शुरू होने तक स्कूल न खोला जाए.
फ्रांसिस थॉमस की अर्जी पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
इस बीच रयान स्कूल के नॉर्थ जोन के हेड फ्रांसिस थॉमस की अर्जी पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. फ्रांसिस थॉमस ने अपनी अर्जी में पूरे मामले की सुनवाई हरियाणा से बाहर दिल्ली में करने की मांग की है. थॉमस की ओर से दायर अर्जी में कहा गया है कि गुड़गांव और सोहना बार एसोसिएशन ने उनका केस लड़ने से इनकार कर दिया है. ये फ़्री ऐंड फ़ेयर ट्रायल के अधिकार का उल्लंघन है. प्रद्युम्न की हत्या के बाद थॉमस को सुरक्षा में लापरवाही के आरोप में जुवेनाइल जस्टिस ऐक्ट के तहत गिरफ़्तार किया गया था.
इससे पूर्व गुरुग्राम के रयान इंटरनेशल स्कूल में सात वर्षीय छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के बाद के सीसीटीवी फुटेज पुलिस के हाथ लगे थे. प्रद्युम्न की स्कूल के टॉयलेट में नृशंसतापूर्वक गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. गुरुग्राम पुलिस ने बताया कि टॉयलेट के बाहर लगाए गए कैमरे से उसे ये फुटेज हासिल हुई. पुलिस के अनुसार, फुटेज में प्रद्युम्न को टॉयलेट में प्रवेश करते हुए साफ तौर पर देखा जा सकता है. इसके कुछ मिनट बाद बस कंडक्टर अशोक कुमार टॉयलेट पहुंचा है. कुछ मिनटों के बाद खून से लथपथ प्रद्युम्न घिसटते हुए टॉयलेट से बाहर आता दिखाई देर रहा है. अशोक कुमार पर ही प्रद्युम्न की हत्या का आरोप है. वह वॉशरूम के दरवाजे के पास लड़खड़ाकर गिर जाता है. इससे दीवार खून से सन जाती है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि सात वर्षीय प्रद्युम्न की मौत कुछ ही मिनटों में बड़ी मात्रा में खून बहने के कारण हो गई थी. उसे गले में चाकू के दो घाव थे, इनमें से एक घाव काफी गहरा और गंभीर था.