Surajkund/Alive News: 37वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला में वुडन आर्ट को देश-विदेश में प्रसिद्धि दिलवाने वाले राष्ट्रीय पुरस्कार तथा शिल्प गुरू पुरस्कार से सम्मानित फैयाज अहमद की कृतियों को पर्यटक खूब सराह रहे हैं।
फैयाज की तीसरी पीढ़ी वुडन आर्ट को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। सरकार द्वारा उनके प्रयासों को पहचान दिलाने के लिए 2007 में राष्ट्रीय पुरस्कार तथा 2011 में उन्हें शिल्प गुरू पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।
शिल्प मेला परिसर के स्टॉल संख्या-1283 पर वुडन आर्ट की कृतियां प्रदर्शित की गई हैं। सहारनपुर के 70 वर्षीय शिल्पकार फैयाज अहमद को वुडन टेबल पर पीतल की नक्काशी की कृति पर राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।यह कृति इनके स्टॉल पर उपलब्ध है, जिसकी कीमत 4 लाख रुपए है।
इस स्टॉल पर फ्लावर पॉट के अलावा रसोई के बर्तन, लालटेन, कुर्सी, स्टूल, सोफा-सेट, डिनर-सेट, प्लांटर, झूले, दीवार घड़ी, मसाले बॉक्स आदि वुडन क्राफ्ट उपलब्ध है। फैयाज अहमद ने 18 वर्ष की आयु में इस पुस्तैनी आर्ट को अपनाया तथा उनकी तीन पीढिय़ां इस व्यवसाय को आगे बढ़ाने में लगी हुई हैं।