November 23, 2024

फरीदाबाद लोकसभा के 6821 लोगों ने दबाया नोटा का बटन, प्रदेश में पहले स्थान पर

Faridabad/Alive News: प्रदेश भर के लोगों ने नोटा का बटन खूब दबाया है। सबसे ज्यादा फरीदाबाद में 6821 मतदाताओं ने नोटा प्रत्याशियों की बजाय नोटा को वोट दिया है। चुनाव परिणाम में सामने आए आंकड़ें इसकी गवाही दे रहे हैं। इससे साफ जाहिर है कि लोगों में प्रत्याशियों को लेकर नाराजगी है, वह किसी को भी सांसद के रूप में नहीं देखना चाहते हैं।

साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पहली बार नोटा (नन ऑफ द एब्व) का बटन ईवीएम में शामिल किया गया। ईवीएम में प्रत्याशियों की सूची के नीचे नोटा के बटन का विकल्प रखा गया। इस बटन का प्रयोग वह मतदाता करता है जिनको ईवीएम की सूची में शामिल कोई भी उम्मीदवार पसंद नहीं आता है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रदेशभर में 34 हजार 256 लोगों ने नोटा का बटन दबाया था। वहीं साल 2019 में यह संख्या बढ़कर 41 हजार 781 मतदाताओं तक पहुंच गया। इस साल 2024 में करीब 41 हजार 843 लोगों ने किसी भी प्रत्याशी को अपना मत नहीं दिया है।

दो बार अंबाला जिला था नंबर वन पर
साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान सबसे अधिक नोटा का इस्तेमाल अंबाला लोकसभा क्षेत्र में किया गया था। यहां पर कुल 7816 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। इसके अलावा साल 2014 में दूसरे स्थान पर रोहतक रहा, जहां 4984 लोगों ने नोटा का बटन दबाया। सिरसा 4031 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहा। साल 2019 में सबसे ज्यादा अंबाला के 7816 मतदाताओं ने किसी भी उम्मीदवार को काबिल नहीं माना। साल 2019 में दूसरे स्थान पर करनाल में 5463 और तीसरे स्थान पर रहे गुरुग्राम में 5389 लोगों ने नोटा का प्रयोग किया।

-किस लोकसभा क्षेत्र में कितने वोट पड़े थे नोटा को-
लोकसभा क्षेत्र-नोटा
फरीदाबाद-6821
अंबाला-6237
गुरुग्राम-6178
भिवानी-महेंद्रगढ़-5197
सिरसा-4106
करनाल-3660
हिसार-3250
कुरुक्षेत्र-2322
सोनिपत-2286
रोहतक-2093