Faridabad/Alive News: हीरो आफ द वीक अभियान के तहत 6 पुलिसकर्मियों को हीरो ऑफ द वीक चुना गया है साथ ही पुलिसकर्मियो को प्रशंसा पत्र देने के साथ साथ उसकी एक बड़ी फोटो हीरो आफ द वीक की पुलिस आयुक्त कार्यालय के मुख्य द्वार पर लगाई गयी है
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिह ने बताया कि पुलिस आयुक्त ने पुलिसकर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है, जो भी पुलिसकर्मी सप्ताह में बेहतर कार्य करेगा उसे एक प्रशंसा पत्र देने के साथ ही उसकी एक बड़ी फोटो हीरो आफ द वीक की पुलिस आयुक्त कार्यालय के मुख्य द्वार पर लगाई जाएगी। इस अभियान से पुलिसकर्मियों में नई ऊर्जा आ रही है। इस पर इस सप्ताहा श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 6 पुलिसकर्मियों को हीरो ऑफ द वीक चुना गया है।
थाना सेन्ट्रल की पुलिस चौकी सेक्टर-15 में तैनात मुख्य सिपाही मनोज के द्वारा 28 अक्टूबर को घर से बिना बताए लापात 18 वर्षीय लडकी को 13 अक्टूबर को निकल गई थी जिसको 16 अक्टूबर को बरामद कर परिजनो के हवाले करने का सराहनीय कार्य किया है। इसके साथ एक अन्य महिला 30 वर्षीय गृह क्लेश के कारण अपने घर स बिना बताए निकल गई थी। जिसको सूचना प्राप्त के 30 मिनट में अपने गुप्त सूत्रों से प्राप्त सूचना से अजरौंदा मेट्रो स्टेशन से बरामद करने का सराहनीय कार्य किया गया है। मुख्य सिपाही के द्वारा एक बेल जम्पर को भी गिरफ्तार किया गया है।
क्राइम ब्रांच सेक्टर-65 में तैनात मुख्य सिपाही महेन्द्र सिंह ने अपनी सूझबूझ व गुप्त सूत्रों से प्राप्त सूचना से आरोपी राजेश उर्फ राजू को देसी पिस्तौल व जिंदा रोंद सहित किया गिरफ्तार है आरोपी पर पूर्व में 10 मामले लडाई-झगडे, हत्या के प्रयास, स्नैचिंग औऱ अवैध हथियार की धाराओं में दर्ज हैं। आरोपी पर 5 हजार रुपए का ईनाम भी था।
क्राइम ब्रांच बॉर्डर में तैनात सिपाही अमित के द्वारा थाना सदर बल्लबगढ के फतेहपुर बिल्लौच एरिया से आंगनवाडी में सूपर वाईजर की नौकरी करने वाले एक व्यक्ति को अपहरण करने की वारदात को अंजाम देने वाले 2 आरोपियो को गिरफ्तार करवाने में अहम भूमिका निवाही है। आरोपियो से अल्टो गाडी, फोन व डंडा बरामद किया गाया है।
साइबर थाना सेन्ट्रल में तैनात उप.नि. बाबूराम व सिपाही कर्मवीर के द्वारा FENZY STYLES PVT.फर्म की प्रोत्साहन राशि ROSCTLAMT करीब 40 लाख का फ्रॉड के मामले में 5 आरोपियो को गिरफ्तार किया है।
यातायात पुलिस में तैनात एनआईटी जोन यातायात उपनिरीक्षक रंजीत घोष 1077/FBD अपनी ड्युटी पर तैनाता थे, ड्युटी पर किसी व्यक्ति ने सूचना दी की एक व्यक्ति को किसी व्यक्ति का पर्स मिला है और वह ऑटो में बैठकर जा रहा है। उप निरीक्षक के द्वारा अपनी मोटरसाइकिल से ऑटो को पकड़ा और व्यक्ति से पर्स लिया। पर्स से R/C निकालकर मशीन से पता निकाला। जिसमें एक फोन नम्बर मिला जिससे सम्पर्क करके व्यक्ति को पर्स के संबंध में बताया। जो व्यक्ति कुछ समय बाद नाका पर आया और उसको पर्स को हवाले किया।