New Delhi/Alive News : एक्सिस बैंक की कश्मीरी बैंक ब्रांच से 19 कर्मचारियों को निकाले जाने के बाद अब एक्सिस बैंक की चांदनी चौक ब्रांच में नोटबंदी के बाद 450 करोड़ों रुपए जमा करने का खुलासा हुआ है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने शुक्रवार को यहां छापेमारी में पाया कि बैंक ने नोटबंदी के बाद से 44 फर्जी अकाउन्ट्स में करीब 100 करोड़ रुपए जमा किए हैं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार 5 बैंक अफसरों से पूछताछ कर रहा है। बता दें कि एक्सिस बैंक के दो मैनेजर पहले भी अरेस्ट हो चुके है।
बिना KYC के खोले हुए थे खाते
IT कीई रेड में ऐसे 44 ऐसे बैंक अकाउंट सामने आए हैं जिनमें केवाईसी यानी नो योर कस्टमर के पैमानों का पालन नहीं किया गया है। इन अकाउंट्स में 100 करोड़ से भी ज्यादा रकम जमा है। बैंक अधिकारी सवालों के घेरे में हैं और इनकम टैक्स विभाग उनसे पूछताछ कर रहा है। इससे पहले इसी सप्ताह प्रवर्तन निदेशालय ने एक्सिस बैंक के दो मैनेजरों को 3 किलोग्राम सोने के साथ अरेस्ट किया था। ईडी की रेड में लखनऊ से ब्रिक्स बरामद की गईं। ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉंड्रिंग एक्ट यानी पीएमएलए के तहत केस दर्ज किया है। बैंक ने दोनों को सस्पेंड कर दिया है।
गौरतलब है कि 5 दिसंबर को इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (प्रवर्तन निदेशालय) ने एक्सिस बैंक के दो मैनेजरों को 40 करोड़ की ब्लैकमनी को नए नोटों में बदलने के आरोप में अरेस्ट किया था। आरोपी मैनेजर शोभित और विनीत सिन्हा दिल्ली की कश्मीरी गेट ब्रांच में पोस्टेड थे। दोनों पर मोटा कमीशन और गोल्ड ब्रिक्स (सोने की सिल्ली) लेने के आरोप हैं। इन सभी पर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप था। ये दोनों मैनेजर कश्मीरी गेट ब्रांच में कार्यरत थे। इससे पहले एक्सिस बैंक ने अपने ही 19 ऐसे कर्मचारियों को निलंबित किया था क्योंकि उनपर गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। नवंबर में एक्सिस बैंक की कश्मीरी गेट ब्रांच के सामने 3।7 करोड़ रुपए के पुराने नोट पकड़े गए थे। ईडी इसकी जांच कर रहा है।
क्या कहना है एक्सिस प्रबंधन का
इस पूरे मामले पर एक्सिस बैंक के प्रवक्ता ने सफाई दी है। उन्होंने कहा है कि’, ‘बैंक कॉर्पोरेट गवर्नेंस और जीरो टॉलरेंस के प्रति पूरी तरह समर्पित है । अगर कोई भी कर्मचारी गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल पाया जाता है तो हम उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे। हम जांच एजेंसियों का भरपूर सहयोग कर रहे हैं।