November 24, 2024

ऑपरेशन गंगा के तहत वायुसेना सहित 19 उड़ानों से लाए गए 3726 भारतीय नागरिक, 17 हजार ने छोड़ा यूक्रेन

New Delhi/Alive News: युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और नागरिकों को लाने के लिए चलाए गए ऑपरेशन गंगा के तहत बृहस्पतिवार को वायुसेना सहित 19 उड़ानों के जरिये 3726 लोगों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों से स्वदेश लाया गया। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा कि ऑपरेशन गंगा के तहत बृहस्पतिवार को भारतीयों को बुखारेस्ट से आठ, बुडापेस्ट से पांच, सुसिआवा से दो, कोसेस से एक और रेजेजॉ से तीन उड़ानों में लाए गए।

ये उड़ानें दिल्ली, मुंबई, हिंडन आदि एयरपोर्ट पर उतरीं। एडवायजरी जारी होने के बाद से ऑपरेशन गंगा के तहत अब तक 17,000 भारतीयों को यूक्रेन से निकाला जा चुका है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि वायुसेना ने भारतीय नागरिकों को लाने के लिए सी-17 सैन्य मालवाहक विमान का इस्तेमाल किया है। इन विमानों का इस्तेमाल हाल में तालिबान संकट के दौरान काबुल में फंसे भारतीयों को लाने और कोरोना काल में बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन सिलिंडर की ढुलाई में भी किया गया था।

उल्लेखनीय है कि यूक्रेन के अपने वायु क्षेत्र को बंद करने के कारण भारत उसके पड़ोसी देशों रोमानिया, हंगरी और पोलैंड से 24 फरवरी से विशेष उड़ानों के जरिये अपने नागरिकों को वहां से निकाल रहा है। फंसे भारतीयों की निकासी की व्यवस्था देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर चार केंद्रीय मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देशों में हैं। इसके तहत हरदीप सिंह पुरी हंगरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया और जनरल वीके सिंह पोलैंड में हैं। पीएम मोदी इस मसले पर पिछले कुछ दिनों से लगातार बैठकें कर रहे हैं।

अब भी कई छात्र यूक्रेन में फंसे, मदद की जरूरत
यूक्रेन से बृहस्पतिवार को मुंबई लौटे भारतीय छात्रों ने बताया कि वहां अब भी कई छात्र फंसे हुए हैं और उन्हें सहायता की जरूरत है। बुडापेस्ट से एक नवजात सहित 183 भारतीयों को लेकर एक विमान सुबह यहां उतरा। केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने उनका स्वागत किया। एक छात्र ने बताया कि यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में भीषण युद्ध जारी है और वहां फंसे लोगों को मदद चाहिए।