मुख्यमंत्री को करनी होगी 35 बिरादरी के नुकसान की भरपाई
फरीदाबाद : जाट आरक्षण के विरोध में 35 बिरादरी कल एनआईटी के दशहरा मैदान में हुंकार भरेंगी। जाट आरक्षण में हुई क्षति को लेकर 35 बिरादरियों की कमेटी का गठन भी किया जा रहा है, जिसमें मुखिया बैठक में चर्चा के बाद अंतिम फैसले को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भेजेंगे। यह जानकारी ऑल इंडिया पंजाबी एकता मंच के प्रधान आई.जे.कालिया ने दी।
उन्होंने बताया कि जाट आंदोलन से हरियाणा में 35 बिरादरी को नुकसान हुआ है वह भरपाई आगामी 10 वर्षो में भी नहीं होने वाली। उन्होंने कहा कि जाट आंदोलन के जिम्मेदार लोगों को आगे आना होगा और आंदोलन में हुई बर्बरता की जिम्मेदारी लेनी होगी। उन्होंने कहा कि 29 फरवरी को एनआईटी के दशहरा मैदान में स्थित मदनमोहन मालविया हॉल में होने जा रही, 35 बिरादरियों की बैठक में जाटों की असंवेदनाहीनता और राजनीति का पटाक्षेप होगा।
प्रदेश में जाट आरक्षण को लेकर हुए गद्दर से आम आदमी को जो नुकसान हुआ है उसके लिए यह कमेटी प्रदेश सरकार से भरपाई की मांग करेगी साथ ही आंदोलन को उग्र रूप देने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की जाएगी। मुरथल में रेप की घटना की उच्च स्तरीय कमेटी से जांच की मांग भी की जाएगी। कालिया ने कहा कि जाट आंदोलन से दुकानदारों व उद्योगपतियों का नुकसान हुआ है, उसका मुआवजा दिया जाए।
आरक्षण आंदोलन में उपद्रव्यों को मुआवजा और नौकरियां देने से पहले निपक्ष जांच एजेंसियों से सरकार जांच कराए उसके बाद मुआवजा दे। उन्होंने बताया कि इस बैठक में सभी 35 बिरादरियों के नेता और प्रधान होंगे जिनके फैसले के बाद ही कमेटी कोई आगे का रास्ता तैयार करेगी कि आरक्षण का क्या प्रारूप होना चाहिए। कालिया ने कहा कि वह जाटो के आंदोलन का विरोध नही करेते बल्कि आंदोलन के तरीके का विरोध करते है।
उन्होंने कहा कि इस देश भी सभी को अपनी बात रखने का हक है लेकिन बात राष्ट्रहित को ध्यान में रखकर की जाए तो सभी को मान्य होगी। यह कमेटी सरकार से यह भी आहवाहन करेगी की आरक्षण सभी जातियों का खत्म हो और आर्थिक आधार पर दिया जाए।