February 1, 2025

3 साल पुराने बहुचर्चित राणा आहूजा मर्डर केस का खुलासा

Faridabad/Alive News : पुलिस आयुक्त डॉ.हनीफ कुरैशी के दिशा निर्देश पर क्राइम ब्रांच प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार व उनकी टीम में तैनात एस.आई नरेंद्र, एस.आई यादराम, ए.एस.आई अश्वनी, ए.एस.आई जमील, ए.एस.आई असरु, ए.एस.आई जयकरण, ए.एस.आई सुनील, एच.सी दीपक, ई.एच.सी राजेन्द्र ने 3 साल पुराने एन.आई.टी के बहुचर्चित राणा मर्डर केस में 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने मे सफलता हासिल की। अजीत सिह पुत्र शिव चरण निवासी गांव खेडी थाना भूपानी फरीदाबाद। विरेन्द्र पुत्र ताराचंद निवासी गांव महमदपुर थाना छायसा बल्लवगढ और सुरेन्द्र पुत्र ताराचंद निवासी गांव महमदपुर थाना छायसा बल्लवगढ के आरोप में शामिल रहे।

आहुजा मर्डर केस का खुलासा
जगदीश मर्डर केस के मुख्य आरोपी अजीत से दौराने पुलिस रिमांड खुलासा हुआ कि अपने महमदपुर गांव के 2 सगे भाईयो आरोपी सुरेंदर व आरोपी विरेंद्र के साथ मिलकर राणा आहुजा की हत्या करने की नियत से दिनांक 18-08-14 को योजना अनुसार उसको जमीन दिखाने के बहाने तीनो ने एन.आई.टी स्थित उसके आफिस के पास से विरेन्द्र की वेगनार कार मे बिठा लिया व एस.आर.एस सै.-12 के पास अजीत की डसटर मे बिठाकर नहर पार बी.पी.टी.पी मे सुनसान जगह पर ले जाकर रस्सी से गला घोटकर मार दिया तथा उसको डसटर कार की डिग्गी मे डालकर अन्धेरा होने का इंतजार करते रहे बाद मे तीनो डेडबाडी को खुर्द बुरूद करने के लिए पनेहड़ा गांव बल्लभगढ अड्डे पर इक_े हुए तथा योजना अनुसार मोहना पुल पर ले जाकर 20-20 किलो के बाट डेडबाडी से रस्सी की सहायता से बांधकर जमुना नदी मे डाल दिया।

आरोपी अजित ने बतलाया की उसका राणा के साथ 2 करोड़ 33 लाख का लेन देन था जिस कारण अजित ने राणा ने वीरेंदर व सुरेंदर दोनों सगे भाइयो को पैसो का लालच देकर अपने साथ शामिल किया तथा राणा को मारने की योजना बनाई तथा योजना अनुसार बल्लभगढ़ मार्केट से 20-20 किलो के बाट व रस्सी पहले ही खरीदकर अजीत व उसके साथियों ने अजीत की डसटर गाड़ी की डिग्गी में रखे हुए थे। राणा आहुजा के मर्डर के तीनो आरोपीयो को मुकदमा नं0 190/दिनांक 18.08.14 थाना एन.आई.टी धारा 365,302,201 आई.पी.सी के तहत गिरफ्तार कर लिया है जिनको कल अदालत मे पेश करके हत्या के बारे गहन पूछताछ व हत्या मे प्रयोग की गई गाडिय़ो और राणा के मोबाइल फोन बरामद किए जायेगे। प्रभारी क्राईम ब्रांच बॉर्डर ने बताया कि आरोपीयों को पहले भी कई क्राईम ब्रांच द्वारा अन्य अपराधो की तफतीश में शामिल किया जा चुका है अजीत का लाई टेस्ट भी इंस्पेक्टर नरेन्द्र चौहान व द्वारा करवाया गया था।

बचपन के दोस्त थे दोनो
जानकारी के अनुसार अजीत व जगदीश बचपन के दोस्त थें और दोनो प्रॉपर्टी व शेयर मार्केट में रूपये लगाते थें जो अजीत ने लेन-देन के चक्कर में ही जगदीश की प्लान के अनुसार दिनांक 20.03.17 को मोती महल सै0-16 मार्किट के पास बुलाकर उसके साथ उसके गाडी में बैठा लिया तथा उसको कहा कि बाईपास पर कोई पैसे देने के लिए आयेगा। उसके बाद उसको सै0 29 बाईपास रोड पर ले जाकर बाथरूम करने के बहाने से गोली मारकर गाडी में ही मर्डर कर दिया तथा उसको अगली दोनो सिटो के बीच डाल लिया जब थोडी दुर जाकर गाडी के गियर नही लगने के कारण गाडी हिट हो गई तो अजीत जगदीश की डैड बाडी सहित कार को बाईपास पर छोडकर वापिस बाईक उठाने आटो से मोती महल सै0-16 चला गया जो अजीत का यह पूरा कारनामा सी.सी.टी.वी फूटेज में कैद हो गया था। जगदीश ने आरोपी अजीत से किसी और व्यक्ति के पैसे दिला रखे थें व ओर भी कई मामलों में जगदीश अजीत का बिचोलिया था व पैसो के लेन देन पर आपस में अनबन थी। गिरफ्तार किये आरोपी से मोटरसाइकिल व मौके से खाली खोल बरामद किया गया था।