November 16, 2024

3 दिन तक अंधेरे कमरे में भूख-प्यास से तड़पती रही बच्चियां, पिता ने कबूला जुर्म

नई दिल्ली : पुलिस ने बेटियों को घर में बंदकर भागने वाले आरोपी पिता को अरेस्ट कर लिया है। वह 3 दिन की पुलिस रिमांड पर है। शनिवार को पुलिस ने बताया कि आरोपी ने कुछ दिनों पहले नशे में ढाई साल के बेटे को नहर में फेंक दिया था। जिसकी डेड बॉडी दिल्ली के पास मुनक नहर में मिली थी। हालांकि तब बॉडी की पहचान नहीं हो सकी थी। इस बीच, कैद से छुड़ाई गईं दोनों बच्चियों की हालत अब पहले से बेहतर बताई गई है।

तीन दिन अंधेरे कमरे में भूख-प्यास से तड़पती रहीं बच्चियां…
– आरोपी बंटी उर्फ बबलू 15 अगस्त को 8 और 3 साल की बेटियों को घर में बंद कर चला गया था।
– दोनों बच्चियां 3 दिन तक अंधेरे कमरे में भूख-प्यास से तड़पती रहीं।
– पुलिस ने पड़ोसियों की मदद से इन बच्चियों को बचाया। बच्चियां अभी हॉस्पिटल में एडमिट हैं।
– एसआई दीपक कुमार ने बताया कि आरोपी पिता को बादली इंडस्ट्रियल एरिया से अरेस्ट किया गया है।

पूछताछ में आरोपी पिता ने कबूला जुर्म
– पुलिस के मुताबिक पूछताछ में आरोपी ने जुर्म कबूल कर लिया है।
– कुमार के मुताबिक आरोपी ने बताया है कि बेटियों की तरह बेटे के सिर में भी इन्फेक्शन था और उससे बदबू आ रही थी।
– “इलाज के लिए पैसे नहीं थे और बेटे की तबीयत बहुत खराब थी, इसलिए उसे नहर में फेंक दिया।”
– “दोनों बच्चियों को भी घर में इसलिए बंद कर छोड़ दिया क्योंकि उनकी परवरिश के लिए पैसे नहीं थे।”
– “बच्चों की मां ज्योति दो महीने पहले ही घर छोड़कर जा चुकी थी। उसकी तलाश की जा रही है।”

विदेश से मदद के लिए आ रहे फोन
– पुलिस के मुताबिक, हॉस्पिटल में एडमिट दोनों बच्चियों की मदद के लिए यूएसए, कनाडा समेत कई देशों से फोन आ रहे हैं।
– दिल्ली का एक टीचर पहले ही बच्चियों की परवरिश के लिए 15 लाख रुपए देने की पेशकश कर चुका है।
– समयपुर बादली थाने के स्टाफ ने भी कुछ पैसे जमाकर बच्चियों के लिए कपड़े और दूसरी जरूरी चीजें जुटाई हैं।
– दूसरी ओर, बच्चियों का हालचाल लेने के लिए दूर-दूर से लोग हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं और खाने के साथ खिलौने लेकर आ रहे हैं।
– शनिवार को दिल्ली सरकार में मंत्री संदीप कुमार भी जरूरी सामान लेकर बच्चियों से मिलने पहुंचे।

तीन दिन तक भूख-प्यास से तड़पती रहीं बेटियां
– बता दें कि दिल्ली के समयपुर बादली इलाके में नेपाली कॉलोनी के घर में 3 दिन से 2 बच्चियां बंद थीं। बदबू फैली तो पड़ोसियों ने पुलिस को इन्फॉर्म किया।
– पुलिस किसी तरह अंदर घुसी तो अंधेरे कमरे में ये बच्चियां भूख-प्यास से तड़पती मिली थीं। उनकी हालत नाजुक थी और सिर में घाव हो चुके थे।
मां को बेघर कर चुका है आरोपी
– जांच में पता चला है कि बच्चियों का पिता मां को भी घर से निकाल चुका है, जो अब ओल्ड एज होम में रहती है।
– बच्चियों की दादी से पुलिस ने कॉन्टैक्ट किया, लेकिन उसने बच्चियों को अपनाने से इनकार कर दिया।
– मामले की रिपोर्ट चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंपी गई है। कमेटी ने बच्चियों के पूरी तरह से ठीक होने तक उन्हें हॉस्पिटल में रखने की बात कही है।