Faridabad/Alive News : नगर पालिका कर्मचारी संघ के आह्वान पर हरियाणा सरकार की चुनावी वायदा खिलाफी कर्मचारियों विरोधी नीतियों के खिलाफ कच्चे कर्मचारियों को पक्का ना करना, पुरानी पैंशन स्कीम लागू ना करना, ठेकादारी प्रथा समाप्त ना करना, समान काम समान वेतन ना देना, पंजाब के समान वेतन ना देना, पक्के कर्मचारियों को सौ-सौ गज के प्लाट ना देने बारे, फायरमैन व सीवरमैन को जोखिम भत्ता 5 हजार रूपये देने के विरोध में 2-3 मई 2018 की भूख हड़ताल में नगर-निगम की तरफ से 186 कर्मचारी साथी नगर निगम मुख्यालय के मुख्य द्वारा पर भूख हड़ताल में बैठे और यह भूख हड़ताल 2 मई से 3 मई तक जारी रहेगी। भूख हड़ताल का नेतृत्व नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर ने की तथा मंच का संचालन सचिव सोमपाल झिझोटिया ने किया। कर्मचारियों को भूख हड़ताल पर सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा के मुख्य संगठनकर्ता विरेन्द्र सिंह डंगवाल ने माला पहनाकर बैठाया।
कर्मचारियों को सम्बोधित करते हुए प्रधान बलवीर सिंह बालगुहेर ने कहा कि यदि सरकार ने 10 मई से पहले कर्मचारियों से किए हुए वायदों व 11 जुलाई को किए गए समझौते को लागू नहीं किया गया तो तीन दिवसीय हड़ताल को अनिश्चिकालीन हड़ताल में बदल दिया जाएगा। गुहेर ने कहा कि हरियाणा सरकार ने विधानसभा चुनावों के दौरान ठेका प्रथा समाप्त करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, ठेका प्रथा में लगे कर्मचारियों का वेतन 15 हजार रूपए करने का वादा किया था।
लेकिन सरकार ने 42 महीने के बाद भी कर्मचारियों से किया गया वायदा पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि संघ शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन व हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से भी मिलकर गरीब सफाई कर्मचारियों की मांगों का समाधान करने की अपील कर चुका है। सरकार द्वारा कर्मचारियों की मांगों की अनदेखी करने व किए गए वायदों को पूरा न करने की वजह से गरीब पालिका कर्मचारियों को हड़ताल जैसा कठोर फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
भूख हड़ताल में बैठने वालो में कर्मचारी नानकचंद खैरालिया, श्रीनंद ढकोकिया, सुदेश कुमार, गुरूचरण खाण्डिया, परसराम अधाना, रगबीर चौटाला, दान सिंह, देवेन्द्र, माया, सुलोचना, शकुन्तला, कमला, कमलेश सहित अन्य कर्मचारी शामिल थे।