Faridabad/Alive News : एनआईटी-5 स्तिथ बाल सुधार गृह में बुधवार को एक किशोर ने शौचालय की खिड़की से चादर बांधकर फांसी लगा ली। आरोपी किशोर एजुकेशन वॉलंटियर से तबियत खराब होने की बात कहकर आया था। हालांकि, थाना एनआईटी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है और मामले की न्यायिक जांच की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी गुरुग्राम के मानेसर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की को भगाने व पोक्सो एक्ट में गिरफ्तार हुआ था। पहले आरोपी भोंडसी जेल में बंद था, लेकिन कोर्ट में नाबालिग होने का प्रमाण देने पर 10 सितंबर को फरीदाबाद के बाल सुधार गृह भेज दिया गया। उसके बाद बाल सुधार गृह में किशोरों की कक्षाएं चल रही थी। इस दौरान उसने एजुकेशन वॉलंटियर को तबीयत खराब होने की बात कही और कहा कि कमरे में जाकर कुछ देर आराम करना चाहता हूं। इसके चलते वॉलंटियर ने उसे जाने दिया। इसी दौरान कुछ देर बाद बीके अस्पताल से टीबी जागरूकता के लिए डॉक्टरों की टीम सुधार गृह पहुंची। टीम के पहुंचते ही एजुकेशन वॉलंटियर ने क्लास खत्म कर दी। कक्षा खत्म होने के बाद कुछ बच्चे शौचालय की ओर गए। जहां किशोर उन्हें फंदे से लटका हुआ दिखा। किशोर को फंदे से लटका देख अन्य बच्चों ने शोर मचाया।
बच्चों को शोर मचाता देख बाल सुधार गृह के अधीक्षक दिनेश यादव समेत अन्य कर्मचारी शौचालय पहुंचे। किशोर को उतारा तो वह मृत मिला। इस घटना की जानकारी थाना एनआईटी पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव को बीके अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया। इंचार्ज दिनेश यादव का कहना है कि पुलिस को मौके से कुछ नहीं मिला है। इससे यह पता नहीं चल पाया है कि किशोर ने आत्महत्या किस वजह से की है।