Faridabad/Alive News: हरियाणा गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण कुमार गर्ग ने बताया कि हरियाणा देश का पहला बेसहारा गौवंश मुक्त राज्य बने, इसको लेकर प्रदेश सरकार व गौसेवा आयोग कार्य कर रहा है। हरियाणा बेसहारा गौवंश मुक्त बनाने के लिए सभी गौशालाओं के संचालकों, विभागों के अधिकारियों सहित आमजन को भी आगे आना होगा।
फरीदाबाद जिला को जल्द से जल्द बेसहारा गौवंश मुक्त बनाने के लिए प्रशासन व गौशाला संचालकों को मिलकर कार्य करना होगा। हरियाणा गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण कुमार गर्ग ने वीरवार को जिला सचिवालय स्थित सभागार में अधिकारियों व गौशाला संचालकों के साथ बैठक की और जिले की विभिन्न गौशालाओं का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण कुमार गर्ग ने बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश की गौशालाओं में गौ संरक्षण के साथ-साथ गौसंवर्धन के लिए निरतंर प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा समय-समय पर गौशालाओं को अनुदान दिया जा रहा है। यह अनुदान प्रत्यके गौवंश के अनुसार दिया जाता है। प्रत्येक बछड़े/बछिया 10 रुपये, गाय के लिए 20 व प्रति नंदी के लिए 25 रुपये का अनुदान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि भविष्य में पंजीकृत गौशालाएं केवल गौसेवा आयोग या नगर निगम में से एक से ही अनुदान ले पाएंगी। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार के द्वारा पंजीकृत गौशाला का बिजली बिल 2 रुपये प्रति यूनिट तय किया है। इसके अलावा गौशालाओं में सोलर प्लांट लगवाने पर 90 प्रतिशत तक सब्सिडी सरकार द्वारा दी जा रही है। वहीं गौशाला के लिए जमीन की रजिस्ट्री व सीएलयू भी निशुल्क करने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा एक हजार से ऊपर गौवंशों के लिए दो ई-रिक्शा व एक हजार से कम गौवंशों पर एक ई-रिक्शा उपलब्ध करवाई जा रही है।
गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण कुमार गर्ग ने अधिकारियों व गौशाला संचालकों को मिलकर जिला को जल्द से जल्द बेसहारा मुक्त बनाने के लिए कार्य करने के निर्देश दिए। इसको लेकर नई गौशालाओं के लिए नगर निगम के अधिकारी जमीन उपलब्ध करवाए, ताकि जिले में गौशालाओं की संख्या बढ़ाई जा सके। इसके अलावा जो पंजीकृत गौशालाएं हैं उनमें पर्याप्त संख्या में शैड व चार दिवारी सहित अन्य व्यवस्थाएं भी होनी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने जिला में बिना पंजीकरण के चलाई जा रही गौशालाओं को भी पंजीकरण करवाने का आह्वान किया, ताकि उन्हें सरकार द्वारा दिए जा रहे अनुदान सहित अन्य योजनाओं का लाभ मिल सके। बैठक के बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ जिले की विभिन्न गौशालाओं का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेकर दिशा-निर्देश भी दिए।