November 15, 2024

सिंहस्थ में आई है यह स्टाइलिश संत, जानिए एक सवाल पर क्यों लगी रोने

इंदौर/उज्जैन 31 March :पिछले दिनों सिंहस्थ महाकुंभ में शामिल होने शहर आई दार्जलिंग की खूबसूरत और स्टाइलिश किन्नर संत शैली राय को इस बात का कोई मलाल नहीं कि उन्हें किन्नर अखाड़े से बेदखल किया गया। उन्होंने मीडिया के सामने रोते-रोते खुलासा किया कि अब उन्हें किन्नर अखाड़े से कोई लेना-देना नहीं। वे अब धर्म और समाज सेविका बनकर संतों की सेवा करेंगी। हर अखाड़े को अपना मानेगी। किस सवाल पर रोने लगी शैली….

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– शैली राय परशुराम वेद विद्या प्रतिष्ठान के विशेष आमंत्रण पर रामघाट पर शिप्रा आरती करने पहुंची थीं।
– यहां के बटुकों के साथ किन्नर शैली ने शिप्रा जी की महाआरती की।
– इस बीच  जब शैली से पूछा कि किन्नर अखाड़े से क्यों निकाला गया, तो वे कहने लगी कि कुछ खास वजह नहीं है, बस पिता रूठ गए…और आंखों से अश्रुधारा फूट पड़ी। फिर आंसू पोंछते हुए कहा कि उन्हें किसी बड़े पद की आवश्यकता नहीं, जो भी अखाड़ा उन्हें धर्म प्रचार में सहयोग करेगा, उसकी संत बनने को तैयार हैं। उनका उद्देश्य केवल सनातन धर्म का प्रचार करना है।
– शैली ने कहा कि हमारे गुरु ऋषि अजयदास महाराज मेरे पिता समान हैं, घर में जिस तरह बच्चों से गलती होने पर माता-पिता नाराज हो जाते हैं, उसी तरह वे भी मुझसे थोड़े नाराज हैं, लेकिन मुझे विश्वास है कि वे जल्दी ही मान जाएंगे।
– हां, लेकिन इस बार सिंहस्थ में मैं किन्नर अखाड़े से जुड़कर कार्य नहीं करूंगी। रही बात सेवा की, तो वह धर्म सेविका बनकर सदैव साधु-संतों के चरणों को पूजेंगी।

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किन्नर अखाड़े में विवाद के चलते चर्चा में हैं शैली
उज्जैन सिंहस्थ में आई किन्नर अखाड़े की शैली राय लगातार चर्चाओं में बनी हुई हैं। दो दिन पहले शैली राय ने खुद को किन्नर अखाड़े की पीठाधीश्वर बताया था। जबकि किन्नर अखाड़े के ऋषि अजयदास का कहना है कि शैली को अखाड़े से जोड़ा था, उन्हें कोई पद नहीं दिया गया था। इस कारण किन्नर अखाड़े में विवाद उत्पन्न हो गया।