फरीदाबाद। महिला गार्ड द्वारा पत्रकार के साथ अभद्र व्यवहार करने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने राजकीय अस्पताल बादशाह खान के प्राथमिक चिकित्सा अधिकारी की देखरेख में जांच समिति का गठन किया है। जांच समिति अपनी रिर्पोट सात दिन के भीतर मुख्य अधिकारी को सौंपेगी। इस सर्दभं में गत् दिवस पत्रकारों का एक पत्रिनिधि मंडल मुख्य चिकित्सा अधिकारी गुलशन अरोड़ा से मिला था। गौरतलब हैं कि एक स्थानीय समाचार पत्र में स्वास्थय विभाग में चल रहे देह व्यापार के धंधे को लेकर एक समाचार प्रकाशित किया गया था, हांलाकि समाचार में किसी भी महिला या व्यक्ति के नाम का उल्लेख नहीं किया गया था। समाचार पत्र के मालिक सुरेश गौतम गत् दिवस अपने एक साथ पत्रकार तिलक राज शर्मा के साथ डा. विकास गोयल को श्रीराम कथा का निमंत्रण कार्ड देने गए थे। दोनो पत्रकार निमंत्रण कार्ड देकर वापिस आ रहे थे तो उन्होने एक महिला गार्ड को दरवाजा खोलने का आग्रह किया तो एक अन्य महिला गार्ड के इशारे से उक्त महिला गार्ड ने पत्रकारों से तेज आवाज में अभ्रद भाषा का इस्तेमाल शुरू कर दिया। अपना परिचय देने के बावजूद भी उक्त महिला ने गेट ना खोलते हुए धक्कामुक्की शुरू कर दी। इस पर पत्रकार ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को फोन करके बताने का प्रयास किया तो महिला गार्ड ने पत्रकार का मोबाइल फोन छीन कर यह कहा कि मैं तुझे ऐसे केस में फसाऊंगी कि जिसमें तुम्हारी जमानत भी नहीं हो पायेगी। कुछ देर उपरांत अन्य लोगो के आ जाने के बाद जैसे तैसे मामले को शांत किया गया। इस घटना के बाद पत्रकार के अन्य साथियों को अवगत करवाया गया तो सभी पत्रकार साथियों ने एक साथ मिलकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को मामले की निष्पक्ष जांच करने का आग्रह किया और दोषी महिला पर सख्त कार्यवाही करने की भी मांग की। पत्रकार ने मामले की सूचना जिला उपायुक्त, पुलिस कमीशनर, स्वास्थ्य मंत्री को भी डाक द्वारा भेज दी है। पत्रकार दल में वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप अरोड़ा,मनोज भारद्वाज,राजेन्द्र दहिया, स्वरूप सिंह,के. एल.गौतम,यशपाल सिंह,योगेश गौतम, राजकुमार,विकेश सिक्का, अनिल मेहता, राजेन्द्र कुमार, दीपक मुखी, चंदेल सिंह, सन्नी दत्ता सहित अन्य पत्रकार मौजूद थे।