November 17, 2024

बाबरी विध्वंस मामले में मुकद्दमें वापिस ले सरकार : गोयल

New Delhi /Alive News : तथाकथित बाबरी विध्वंस की 24वीं वर्षगांठ पर आज 6 दिसम्बर को राष्ट्रवादी शिवसेना और यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट की ओर से विजय दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर संतों के मार्गदर्शन में जंतर-मंतर पर विशाल भगवा मार्च का आयोजन किया गया जिसमें भारी संख्या में कार्यकर्ता सम्मिलित हुए। राष्ट्रवादी शिवसेना के अध्यक्ष एवं यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट के अंर्तराष्ट्रीय महासचिव जय भगवान गोयल ने इस मौका पर अयोध्या के राम मंदिर आंदोलन में अब तक शहीद लोगों  को भावभीनी श्रद्धांजिली देते हुए कहा कि राम मंदिर आंदोलन में बलिदान देने वालों ने संभवतः यहीं सोचा होगा कि उनके बलिदान से राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि तथाकथित बाबरी ढाँचा को ध्वस्त किए 24 वर्ष बीत चुके हैं लेकिन केन्द्र में भाजपा की सरकार होने के बावजूद अयोध्या में रामलला के संकल्पित राम मंदिर में विराजमान न हो पाने के कारण हिन्दुओं में गहरा आक्रोश व्यापत है।
प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को संबोधित एक ज्ञापन भी भेंट किया गया। ज्ञापन में मांग की गई कि संसद के वर्तमान सत्र में विधेयक लाकर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया जाए। ज्ञापन में कहा गया है कि देश के 100 करोड़ हिन्दुओं को पीड़ा है कि 30 सितम्बर 2010 को इलाहाबाद उच्चन्यायालय की तीन सदस्यीय पीठ द्वारा यह निर्णय दे दिए जाने पर कि जिस स्थान को लेकर मुस्लमानों द्वारा विवाद खड़ा किया जा रहा है, वह स्थान श्री राम जन्मभूमि ही है। फिर राम मंदिर निर्माण में बाधाएं क्यों है? ज्ञापन में मांग की गई कि 06 दिसम्बर 1992 के तथाकथित बाबरी ढाँचा विध्वंस के मामले में विभिन्न अदालतों में चल रहे मुकद्दमें सरकार अविलम्ब वापिस ले। संसद के मौजूदा सत्र में ही पूरे देश में गौहत्या बंदी कानून बनाने की भी मांग की गई। इसके साथ ही पूरे देश में जल्द ही समान नागरिक संहिता कानून लागू करने की भी मांग की गई।
इस अवसर पर महामंडेलेश्वर स्वामी रमताजोगी जी महाराज, त्रिभुवन दास जी, डाण्डी स्वामी हिन्दू आश्रम जी महाराज(ब्रदिका पीठ), अनिल आर्य (राष्ट्रीय अध्यक्ष, केन्द्रीय आर्य युवक परिषद एवं उपाध्यक्ष यू.एच.एफ), चन्द्र प्रकाश कौशिक (राष्ट्रीय अध्यक्ष,हिन्दू महासभा एवं उपाध्यक्ष यू.एच.एफ), राधाकांत वत्स, सरोज शर्मा, बाल योगश्वर, मंहत गंगा नाथ (भैरों मंदिर), संजीव राठौर(राष्ट्रीय अध्यक्ष,वानर सेना, उपाध्यक्ष यू.एच.एफ), चौधरी ईश्वर सिंह (अध्यक्ष दिल्ली प्रदेश राष्ट्रवादी शिवसेना), धर्मेंद्र बेदी, नत्थू राम, अमर नाथ गोयल, जी.के रात्रा, शंकर लाल, जय प्रकश बघेल, जितेन्द्र यादव, सरदार योगेन्द्र, राम नरेश, सुरेश शर्मा(हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रवादी शिवसेना ),सुबोध बिहारी, बजरंग बहादुर, प्रकाश पासवान, जय प्रकाश गुज्जर, मुकेश जैन (राष्ट्रीय अध्यक्ष,धर्म रक्षक दारा सेना एवं प्रेस सचिव यू.एच.एफ), बुटेश्वर मिश्रा, पूरन सिंह, विक्रम, आशीष तिवारी, सतीश कुमार, राजकुमार सिंह तोमर, राजकुमार सिंह, दाता राम आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।