ऐसे कई सेलिब्रिटीज हैं जिन्होंने अपनी चकाचौंध वाली जिंदगी छोड़कर आध्यात्म का रुख किया. मगर एक सेलिब्रिटी ऐसी हैं जिन्होंने नाम के लिए ग्लैमर तो छोड़ दिया लेकिन चकाचौंध और फेम को अपने जहन से निकाल नहीं पा रहीं.
इन मोहतरमा का नाम है ‘मदर गैया सोफिया’ यानि बीते दिनों की सोफिया हयात. वही सोफिया जो हॉट और बोल्ड मॉडल के रूप में सोशल मीडिया पर छाई रहती हैं, बिग बॉस- 9 की कंटेस्टेंट रह चुकी हैं और पोर्न बैन पर छिड़ी बहस के दौरान इन्होंने ट्विटर पर अपनी न्यूड तस्वीर डाल कर हंगामा मचा दिया था. लेकिन सारी मोह माया छोड़कर एक दिन इन्होंने ऐलान किया कि वो नन बन गई हैं. लेकिन हाल ही में एक विवादित बयान देकर उन्होंने साबित कर दिया है कि वो असल में हैं क्या. सोफिया का कहना है कि उन्होंने शिव को जन्म दिया है.
सांसारिक इच्छाओं को छोड़कर आध्यात्म और धर्म के रास्ते चलने वाले लोग जरा और ही होते हैं. उनके जीवन की सबसे महत्वपूर्ण बात ये होती है कि वो मोह-माया त्याग देते हैं. लेकिन नई-नई नन बनी सोफिया शायद सांसारिक इच्छाओं का त्याग कर ही नहीं पा रहीं. तभी तो आए दिन कुछ न कुछ करती रहती हैं, जिससे दुनिया का सारा मीडिया उनके पीछे लग जाए, और वो खबरों में बनी रहें.
नन बनने का ऐलान भी इंस्टाग्राम पर फोटोज शेयर करके किया गया. पूरी दुनिया के मीडिया में सोफिया ही सोफिया छा गईं. लेकिन कुछ ही दिनों में मामला ठंडा हो गया. मोहतरमा को आइडिया आया कि इस पर प्रेस काफ्रेंस करनी चाहिए. और मीडिया को बुलाकर अपनी कहानी सबको सुनाई. उन्होंने ये भी कहा कि उनकी सेक्स लाइफ बहुत अच्छी चल रही थी लेकिन अब उन्हें सेक्स की इच्छा नहीं है. (भला इस बात को बताने की जरूरत भी क्या थी, हर कोई जानता है सन्यास का मतलब).
लेकिन हद तो तब हो गई जब पत्रकारों के सामने वो अपने ब्रेस्ट इंप्लांट्स दिखाकर बोलने लगीं कि वो कितनी नकली जिंदगी जी रही थीं. उन्होंने तो पत्रकारों से कहा भी कि पहले सब मेरे ब्रेस्ट छूना चाहते थे, वो यही सिलिकॉन था, क्या अब इन्हें कोई छूना चाहेगा.??
खैर, कुछ दिनों बाद वो कलर्स चैनल पर आने वाले शो ‘कॉमेडी नाइट्स बचाओ’ में पहुंच गईं और वहां जाकर अपनी डांसिंग स्किल्स भी दिखाने लगीं. भला आपने किसी सन्यासी या नन को टीवी शो पर देखा है? लेकिन नन सोफिया को आप ऐसी हर जगह देख सकते हैं जहां उन्हें नहीं होना चाहिए. जैसे सोशल मीडिया.
इन्हें इंस्टाग्राम पर अपने वीडियो और तस्वीरें पोस्ट करना बड़ा ही पसंद है. स्नैपचैट की बहुत शौकीन हैं ये. नन बनने के बाद भी स्नैपचैट पर नए-नए फिल्टर लगाकर ये अपने फॉलोअर्स को ज्ञान बांटती दिखाई देती हैं.
सन्यास धारण करने के बाद भी आत्ममुग्ध रहती हैं सोफिया. तभी तो सेल्फी का भूत उनपर से उतरता नहीं दिख रहा. आप सोशल मीडिया पर नियम से रोजाना उनकी लेटेस्ट तस्वीर और लेटेस्ट मूव देख सकते हैं. भला कोई और नन है जो सोशल मीडिया पर ‘इतनी एक्टिव’ है?? या एक्टिव भी है?
सेल्फी ही क्यों टैटू का भी क्रेज बराबर बना हुआ है. अपने माथे पर उन्होंने ‘ओम’ का टैटू बनवाया है, शरीर के बाकी अंगों पर भी आध्यात्मिक टैटू बनावाए हैं सोफिया ने. शायद उससे उन्हें ज्यादा डिवाइन फील आती होगी.
इतने पर भी उन्हें ज्यादा अटेंशन नहीं मिली तो उन्होंने आध्यात्मिक जगहों के टूर करने शुरू कर दिए. बनारस गईं और वहां साधु सन्यासियों के साथ तस्वीरें शेयर कीं…अफसोस इस बार भी किसी ने उन्हें नहीं पूछा.
लेकिन इस बार एक विवादित बयान देकर वो सुर्खियां बटोरने में कामयाब हुईं. हाल ही में सोफिया एलोरा की गुफाओं में स्थित कैलाश मंदिर के दर्शन करने गईं. और वहां से लौटकर उन्होंने दावा किया कि- ‘कैलाश मंदिर में शिव लिंग को छूने के बाद मुझे एक दिव्य शक्ति की अनुभूति हुई है. आज मैंने शिव को जन्म दिया है. शिव अब मेरे भीतर हैं और मैं शिवलिंग के भीतर.’ उन्होंने ये भी कहा कि उनका पुनर्जन्म हुआ है. शिव लिंग में इतनी चुम्बकीय शक्ति है कि उनका सर शिव लिंग से एक घंटे के लिए चिपक गया था.’
जो गाइड सोफिया को मंदिर दर्शन के लिए ले गया था, उसके अनुसार ‘मंदिर पहुंचने के बाद सोफिया अपना आपा खो बैठीं. वो शिवलिंग पर खड़ी हो गईं और शिव लिंग से लिपटकर रोने लगीं. एलोरा के पुराने गाइड के अनुसार ‘पिछले पैंतीस सालों में न तो किसी सैलानी और न ही उन्हें ये महसूस हुआ कि इस शिवलिंग में कोई चुम्बकीय शक्ति है. अगर सोफिया हयात का ये मानना है तो वो गलत बोल रही हैं’.
‘मैंने शिव को जन्म दिया’ जैसा विवादास्पद बयान देकर वो सुर्खियों में तो आ गई लेकिन अब उन्हें धर्म गुरुओं के तीखे तेवरों का सामना करना पड़ रहा है. सोफिया के अनुसार उनका जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ फिर बाद में उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया. वो नन बन गईं और नन बनने के बाद वो कुछ खास कर पातीं उससे पहले वो कहने लगी हैं कि उन्होंने शिव को जन्म दिया है, मतलब वो किसी एक ट्रैक पर हैं ही नहीं. सभी धर्मों के लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए क्या क्या नहीं कर रही सोफिया.
इन्होंने दो ही महीनों में दुनिया को इतना कुछ दिखा दिया जो अपने पूरे करियर में न दिखा पाईं. इस नन के लाइफस्टाइल को देखकर लोग भी हैरान हैं. नन के लिबास में सोफिया समाज के सामने अपनी वो छवि पेश कर रही हैं जो एक नन या साध्वी की छवि से बेहद जुदा है. और अपनी आकांक्षाओं की पूर्ति के चलते वो खुद को आध्यात्म से जुड़ा दिखा रही हैं और अनाप-शनाप बोल रही हैं. कोई आश्चर्य नहीं कि कल को सोफिया नन का चोला उतार कर वापस बिकनी में आ जाएं और कहें, मैं तो कुछ दिनों के लिए नन की लाइफ का एक्सपीरियंस कर रही थी.
शुक्र कीजिए सोफिया कि हमारे यहां के लोग इतने सहिष्णु हैं कि आपको झेल रहे हैं. अगर सच में आध्यात्म समझना चाहती हैं तो आपको किसी आश्रम में कुछ दिन बिताने की सख्त जरूरत है, तभी इस नन के लिबास और माथे पर बने ओम के साथ न्याय कर पाएंगी. समझने की कोशिश करें, कि आपकी सेल्फी में जिस तरह समाज को आपका ‘ओम’ उल्टा दिखाई देता है(जिसके कोई मायने नहीं) ठीक उसी तरह आपकी छवि भी दिखाई देती है.