नई दिल्ली/कराची : करीब डेढ़ दशक पहले भूलवश सीमा पार करके पाकिस्तान पहुंच गई मूक बधिर भारतीय महिला गीता पाकिस्तानी इंटरनेशनल एयरलाइंस के विमान से सोमवार सुबह करीब 11 बजे दिल्ली हवाईअड्डे पर पहुंची।
दिल्ली पहुंचने पर गीता का भव्य स्वागत किया गया। गीता के स्वागत के लिए भारतीय अधिकारियों के अलावा पाक उच्चायुक्त अब्दुल बासित भी मौजूद थे। वहीं, कराची में गीता की विदाई से पहले पाकिस्तान में ईदी फाउंडेशन की तरफ से खास इंतजाम किए गए। गौर हो कि पाकिस्तान में ईदी फाउंडेशन ही गीता की देखभाल कर रहा था।
इस फाउंडेशन के कुछ लोग भी गीता के साथ यहां आए। भारतीय अधिकारियों के अनुसार, अगर डीएनए जांच में इस परिवार के गीता का परिवार नहीं होने की पुष्टि हुई तो उसे सुरक्षित आश्रय में रखा जाएगा। डीएनए जांच में पुष्टि हो जाने के बाद गीता को उसके परिवार के हवाले कर दिया जाएगा। वहीं, गीता का परिवार उससे मिलने के लिए दिल्ली पहुंच चुका है। गीता का परिवार कथित तौर पर बिहार से है।
गौर हो कि गीता करीब एक दशक पहले दुर्घटनावश सीमा पार कर पाकिस्तान चली गई और वहीं रह रही मूक-बधिर भारतीय महिला गीता अपने बिछड़े परिवार से मिलने के लिए आज नई दिल्ली पहुंची। नई दिल्ली जाने के लिए पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस में सवार होने से पहले बेहद खुश नजर आ रही गीता ने पाकिस्तानी जनता का शुक्रिया अदा किया कि उन्होंने इतने वर्ष तक उसका ख्याल रखा। एदी फाउंडेशन के फैजल एदी ने संवाददाताओं को बताया कि वे सोशल मीडिया के जरिए गीता के संपर्क में बने रहेंगे और यहां तक कि उससे मिलकर भी आया करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह हमसे वास्तव में अलग नहीं हो रही है। पाकिस्तानी मीडिया की खबर के अनुसार, इस संस्था की बिलकीस एदी और उनके पोता-पोती साद और सबा एदी नई दिल्ली तक गीता के साथ आए। अब 23 साल की हो चुकी गीता उस समय महज सात या आठ साल की थी, जब वह आज से 15 साल पहले पाकिस्तानी रेंजर्स को लाहौर रेलवे स्टेशन पर समझौता एक्सप्रेस में अकेली बैठी मिली थी।
बिलकीस एदी ने गीता को गोद ले लिया था और तब से वह उनके साथ कराची में ही रहती थी। गीता ने अपने परिवार को एक तस्वीर के जरिए पहचाना था। यह तस्वीर उसे इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने भेजी थी। गीता का परिवार कथित तौर पर बिहार से है। फैज़ल एदी के अनुसार, गीता ने उन्हें सांकेतिक भाषा में बताया था कि उसके पिता एक बूढ़े व्यक्ति थे और उसकी एक सौतेली मां और सौतेले भाई-बहन थे।
गौर हो कि गीता ने इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग द्वारा भेजी गयी एक तस्वीर में अपने पिता, सौतेली मां और भाई-बहनों की पहचान की। खबरों के अनुसार यह परिवार बिहार में रहता है। पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त टीसीए राघवन और उनकी पत्नी ने अगस्त में गीता से मुलाकात की थी। इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राघवन को गीता से मिलने और उसके परिवार का पता लगाने की कोशिश करने का निर्देश दिया था।