Lucknow : टेलीविजन की दुनिया में 16 साल गुजार चुकीं एक्ट्रेस प्राची शाह पिछले दिनों राजधानी में थी।
करियर की शुरुआत कैसे हुई ?
करियर की शुरुआत मेरे लिए मुश्किल नहीं थी और ज्यादा स्ट्रगल भी नहीं करना पड़ा, क्योंकि 5 साल की उम्र से ही कत्थक सीखा था। ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ का ऑडीशन दिया। उसमें सिलेक्शन हो गया और बालाजी के 3 शो में एक साथ काम करने का मौका मिला- ‘क्योंकि…, कोशिश और कुंडली’।
फर्स्ट सैलरी कितनी मिली थी?
‘क्योंकि…’ के लिए मुझे हर दिन के 3000 रुपए मिलते थे। उसी दौरान ‘कुंडली’ और ‘कोशिश’ भी कर रही थी, तो दिन भर में 3 शिफ्ट में काम करती थी। तीन शो के 9000 रुपए हो जाते थे। मैंने उन पैसों को इकट्ठा करके सेकंड हैंड गाड़ी सीएलो खरीदी थी। जिसमें पहली बार सीएनजी का सिलेंडर लगवाया था। उस वक्त सीएनजी लगवाना बड़ी बात होती थी।
पहला फोन कौन-सा खरीदा था ?
पहला फोन मोटोरोला था, जिसमें 16 रुपए पर मिनट के हिसाब से बात होती थी। मेरी जान जलती थी, उस अमाउंट से और सबसे बड़ी बात ये थी कि वो फोन मैं रिक्शा में भूल गई थी। उस फोन के खोने से मैं बहुत रोई थी।
इतने साल के अरसे में कभी कास्टिंग काउच का शिकार हुई?
मेरे समय में ऐसा नहीं था और बहुत कुछ डिपेंड करता है लड़कियों पर। वो बहुत कम समय में सब कुछ हासिल करना चाहती हैं, शो-ऑफ इतना हो गया है कि सबको आई फोन-7 और बीएमडब्लू से नीचे की गाड़ी नहीं चाहिए। पेरेंट्स का भी बहुत बड़ा रोल होता है। आज मां-बाप को ध्यान ही नहीं रहता कि बच्चे क्या कर रहे हैं। मुझे आज भी शहर के बाहर कहीं जाना होता है, तो मम्मी-पापा किसी न किसी को साथ भेजते हैं।
पिछले 10 सालों में आपके हिसाब से इंडस्ट्री में कॉम्पिटीशनकितना बढ़ गया है?
अरे बहुत ज्यादा। आज मुंबई में डेली एक लाख लड़कियां ऑडीशन देने के लिए खड़ी रहती हैं। 15, 20 लड़कियां तो हर स्टूडियो में दिख ही जाती हैं। इसी कॉम्पिटीशन की वजह से तो इतनी बुराई फैली है। स्ट्रेस बढ़ गया है, इसीलिए इंडस्ट्री लड़कियां हर तरह के कॉम्प्रोमाइज करने को तैयार हो जाती हैं।
राजश्री में काम करने का कैसा अनुभव रहा?
राजश्री तो बहुत स्ट्रिक्ट है, मतलब वो ऑडिशन के समय पूरी हिस्ट्री पूछते हैं। उनके स्टूडियों में सामने ही मंदिर है और वहां तो महिलाओं का बहुत सम्मान है। वहां तो किसी लड़की के साथ कुछ गलत हो ही नहीं सकता।
आपने अपने वेट को लेकर भी काफी स्ट्रगल किया है?
अरे वो दिन भी बड़े अजीब थे। मदर हुड हर लड़की को बदलता है और यही मेरे साथ भी हुआ था। मैंने बहुत वेट पुटऑन कर लिया था, लेकिन जब मेरी बेटी थोड़ी बड़ी हुई, तो मैंने वेट कम करने की ठान ली। जिम, योग और कत्थक से मैंने करीब 28 किलो वजन कम किया। यहां तक कि मेरे पति कहते हैं कि तुम इतनी अच्छी कभी नहीं लगी।
कत्थक में आपने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया?
कत्थक में मेरा नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है। इसमें एक मिनट में मैंने 93 चक्कर काटे थे और इसमें मेरे पापा का काफी सपोर्ट रहा। ये बचपन से मैंने किया है तो ‘चक्कर’ से चक्कर नहीं आता।