इस्लामाबाद 1 अप्रैल : पांच साल तक आतंकवादी संगठन तालिबान की गिरफ्त में रहने के बाद पाकिस्तान के शाहबाज़ तासीर एक बार फिर अपने परिवार से दोबारा मिल गए हैं और अपनी कहानी ट्विटर पर बयान कर रहे हैं। शाहबाज़ और उनकी पत्नी महीन दोनों ही पाकिस्तान में इंटरनेट पर छाए हुए हैं। तालीबान के आतंक में बिताए पांच साल की दास्तान बयां करते वक्त तासीर और उनकी पत्नी कुछ मज़ाकिया लहज़ा भी अपनाते हुए नज़र आते हैं।
‘कौन नंबर वन है..’
गौरतलब है कि तासीर, पंजाब प्रांत के गवर्नर के बेटे हैं जिनकी 2011 में हत्या कर दी गई थी। कुछ महीने बाद तासीर को तालिबान ने बंदी बना लिया था और अब करीब पांच साल बाद वहां से बचकर वह निकल पाए हैं। अभी तक तासीर किसी भी तरह के इंटरव्यू देने से मना कर रहे थे लेकिन इस हफ्ते उन्होंने अपनी बात कहने के लिए ट्विटर का सहारा लिया, वहीं ट्विटर जिसका उनके पिता सलमान भी भरपूर उपयोग करते थे।
जब तासीर से पूछा गया कि क्या वह अपनी मनपसंद फुटबॉल टीम मैनचेस्टर युनाइटेड को अभी भी पसंद करते हैं तो उनका जवाब था – आप युनाइटेड के फैन नहीं होते, वह तो एक परिवार है। इस पर उनकी पत्नी महीन ने पूछा ‘कौन नंबर वन है, मैं या मैनचेस्टर युनाइटेड?’ जिसपर तासीर ने जवाब दिया – ‘तुम…लेकिन वह तुम्हारे ठीक बाद हैं।’
तालीबान की कैद में बिताए उन अंधेरे सालों से जुड़े एक सवाल में पूछा गया कि नकारात्मक्ता से घिरे वक्त में अपने दिमाग को कैसे काबू में रखा? जवाब था – बस डिलीट का बटन दबाकर। जब तासीर से पूछा गया कि क्या तालिबान ने उन्हें औपचारिक रूप से संगठन में शामिल होने के लिए कहा था तो जवाब था – ‘नहीं, उन्हें मेरा स्टाइल पसंद नहीं आया।’ वहां उनका एकमात्र दोस्त पीटर नाम की एक मकड़ी थी।