कानपुर : रोहित शर्मा के शतक से जीत के करीब पहुंचने के बावजूद भारत को रविवार को यहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा जिससे मेहमान टीम ने पांच मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली।
दक्षिण अफ्रीका ने कप्तान एबी डिविलियर्स (73 गेंद में नाबाद 104) के पारी की अंतिम गेंद पर छक्के की मदद से बनाए शतक और फाफ डु प्लेसिस की 62 रन की उम्दा पारी से रिकार्ड पांच विकेट पर 303 रन का स्कोर खड़ा किया था। डिविलियर्स ने फरहान बेहरदीन (19 गेंद में नाबाद 35) के साथ छठे विकेट के लिए सिर्फ 4 . 5 ओवर में 65 रन की अटूट साझेदारी भी की जिससे दक्षिण अफ्रीका ने आखिरी 10 ओवर में 109 रन बटोरे।
इसके जवाब में रोहित ने 133 गेंद में 13 चौकों और छह छक्कों की मदद से 150 रन की पारी खेलने के अलावा अजिंक्य रहाणे (60) के साथ दूसरे विकेट के लिए 149 रन जोड़े लेकिन इसके बावजूद भारत अंतिम पांच ओवरों में दबाव में आ गया और नियमित अंतराल पर विकेट गंवाने के कारण सात विकेट पर 298 रन ही बना सका। भारत को आखिरी ओवर में 11 रन चाहिए लेकिन कैगिसो रबादा ने केवल पांच रन दिये और इस बीच ‘ग्रेट फिनिशर’ कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (31) और स्टुअर्ट बिन्नी (दो) को आउट करके ग्रीन पार्क पर मौजूद दर्शकों को निराश कर दिया।
पिछले 10 दिन में यह दूसरा मौका है जब रोहित के शतक के बावजूद भारत को शिकस्त का सामना करना पड़ा है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ धर्मशाला में पहले टी20 में भी शतक जड़ा था लेकिन उस मैच में भी मेजबान टीम को हार झेलनी पड़ी थी। श्रृंखला का दूसरा मैच 14 अक्तूबर को इंदौर में खेला जाएगा।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत को रोहित और शिखर धवन की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 42 रन जोड़कर अच्छी शुरूआत दिलाई। धवन शुरू से ही लय में दिखे। उन्होंने डेल स्टेन पर तीन और रबादा पर दो चौके मारे लेकिन मोर्ने मोर्कल की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए। वह हालांकि दुर्भाग्यशाली रहे क्योंकि रीप्ले से लगा कि गेंद स्टंप से नहीं टकराएगी।
रोहित ने 18वें ओवर में मोर्कल पर लगातार दो चौके जड़े और इस दौरान 48 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। इसी ओवर में भारत के 100 रन भी पूरे हुए।
बीच के ओवरों में दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी की जिसके बाद रोहित ने दोबारा मोचरे संभाला। उन्होंने डुमिनी पर छक्का जड़ने के बाद अगले ओवर में इमरान ताहिर की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जड़कर रन गति बढ़ाने की कोशिश की। रहाणे ने इस बीच ताहिर की गेंद पर एक रन के साथ 67 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। रहाणे ने बेहरदीन पर चौका मारा लेकिन इसी गेंदबाज की गेंद पर एक्सट्रा कवर पर डेविड मिलर को कैच दे बैठे। उन्होंने 82 गेंद की पारी में पांच चौके मारे।
रोहित ने बेहरदीन पर चौके के साथ 98 गेंद में अपना आठवां वनडे शतक पूरा किया और फिर एक रन के साथ 36वें ओवर में भारत के 200 रन पूरे किए।
विराट कोहली हालांकि एक बार फिर नाकाम रहे और सिर्फ 11 रन बनाने के बाद स्टेन की गेंद पर मोर्कल को कैच दे बैठे। भारत को जीत के लिए अंतिम 10 ओवर में 90 रन की दरकार थी। रोहित ने तीन और छक्के जड़कर भारत को लक्ष्य के करीब पहुंचाया लेकिन जब भारत जीत से 35 रन दूर था तब वह ताहिर को उन्हीं की गेंद पर कैच दे बैठे। ताहिर ने इसी ओवर में सुरेश रैना (03) को भी पवेलियन भेजकर दक्षिण अफ्रीका को वापसी दिलाई। टीम इंडिया को अंतिम तीन ओवर में जीत के लिए 31 रन चाहिए थे लेकिन रबादा ने अंतिम ओवर में सिर्फ पांच रन देकर दक्षिण अफ्रीका को जीत दिला दी।
रबादा ने 58 रन जबकि ताहिर ने 57 रन देकर दो दो विकेट चटकाए। इस मैदान पर इससे पहले का रिकार्ड भारत के नाम था जिसने नवंबर 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ छह विकेट पर 294 रन बनाए थे। भारत के शीर्ष गेंदबाज आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन चोटिल होने के कारण अपने कोटे के 10 ओवर पूरे नहीं कर पाए। अश्विन 32वें ओवर में अपनी गेंद पर क्षेत्ररक्षण करते हुए चोटिल हो गए। वह सिर्फ 4 . 4 ओवर फेंक पाए जिससे धोनी को अंतिम 10 ओवरों में तेज गेंदबाजों से अधिक गेंदबाजी करानी पड़ी जिनके खिलाफ आसानी से रन बने।
उमेश यादव (दो विकेट पर 71 रन) के पारी के अंतिम ओवर में 21 रन बने जिसका अंत डिविलियर्स ने छक्के के साथ किया। दक्षिण अफ्रीका ने टास जीतने के बाद सतर्क शुरूआत की। क्विंटन डि काक (29) और हाशिम अमला ने उमेश और भुवनेश्वर कुमार की ढीली गेंदों का इंतजार किया।
दौरे पर पहला प्रतिस्पर्धी मैच खेल रहे डिकाक ने कुछ अच्छे शाट लगाए। उमेश ने उनके पैड पर गेंद फंेकी जिसका बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने पूरा फायदा उठाया। डिकाक ने पांच चौके जड़े जिसमें से चार उन्होंने लेग साइड पर मारे। अमला ने हालांकि दूसरे छोर पर रक्षात्मक रवैया अपनाया।
नयी गेंद के गेंदबाजों के सफलता दिलाने में नाकाम रहने के बाद धोनी ने गेंद अश्विन को थमाई और उन्होंने अपनी चौथी ही गेंद पर खतरनाक दिख रहे डिकाक को पहली स्लिप में कैच करा दिया। डु प्लेसिस लय में दिखे लेकिन अमला जूझ रहे थे और अमित मिश्रा (47 रन पर दो विकेट) ने तेज गेंद पर उन्हें बोल्ड कर दिया। अमला ने 59 गेंद में 37 रन बनाए।
डिविलियर्स इसके बाद मैदान पर उतरे। डु प्लेसिस ने डीप मिड विकेट के उपर से छक्का जड़कर अर्धशतक पूरा किया लेकिन उमेश यादव ने नये स्पैल के लिए वापसी करते हुए पहली गेंद पर ही उन्हें पगबाधा कर दिया जिससे टीम का स्कोर 33.1 ओवर में तीन विकेट पर 152 रन हो गया।
डिविलियर्स ने 40 ओवर के बाद अपने तेवर दिखाए। उन्होंने 45वें ओवर में स्टुअर्ट बिन्नी पर दो छक्कों और दो चौकों की मदद से 21 रन बटोरे और दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। इस बीच मिलर (13) और जेपी डुमिनी (15) दमदार पारी खेलने में नाकाम रहे लेकिन डिविलियर्स ने बेहरदीन के साथ मिलकर टीम का स्कोर 300 रन के पार पहुंचाया।