Kanpur : 500 और 1000 रुपए के नोट बंद होने की सूचना के बाद गुरुवार को नोट गिनते-गिनते एक बुजुर्ग महिला की हार्ट अटैक से मौत हो गई। पुलिस को शव के पास से 1000 और 500 रुपए के नोटों की 2 लाख 69 हजार रुपए मिले हैं। ये महिला 20 साल से अकेले ही रह रही थी।
आगे पढ़िए महिला की मौत के बाद कई लोग बताने लगे रिश्तेदार…
-घटना कानपुर के जूही थानाक्षेत्र स्थित परम पुरवा की है।
-यहां के तोताराम इलाके में रहने वाली सन्नो अकेले ही घर में रहती थी।
-लोग उन्हें मोटी खाला के नाम से पुकारते थे। मोहल्ले में बहुत चर्चित थी।
-पड़ोसियों के अनुसार, जीवन भर उन्होंने एक-एक रुपए जोड़कर बुढ़ापे के लिए रुपए जमा किए थे और उसी से वह अपना जीवन-यापन करती थी।
-लोगों की मानें तो जब सन्नो को इस बात की भनक लगी कि अब 1000 और 500 रुपए के नोट नहीं चलेंगे तो परेशान हो गई।
-इसके बाद वह रुपए के बंडल को बाहर निकालकर गिनने लगी। नोट गिनते वक्त ही उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई।
-पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने सभी नोट अपनी कस्टडी में ले लिया।
-मौत की सूचना पर रत्तू पुरवा से कुछ लोग आ गए और वह उनका वारिस बताने लगे।
लोगों ने कहा- पहले करती थी देह व्यापार का धंधा
-क्षेत्र में रहने वाले राजा के मुताबिक, सन्नो बीते 20 साल से अकेले ही रह रही थी।
-‘मेरी जानकारी में इस बीच कोई भी उसका रिश्तेदार या वारिस उससे मिलने कभी नहीं आया।’
-जब उनके पास ये रुपए निकले तो लोग सन्नो को अपना वारिस बता रहे हैं।
-राजा की मानें तो यह कुछ साल पहले देह व्यापर का काम करती थी। उसके घर पर लोगों का आना-जाना लगा रहता था।
सन्नो की ननद बोली
-सन्नो की ननद मुन्नी के मुताबिक, इनका भाई निहाल लखनऊ में प्राइवेट काम करता है।
-हम लोगों ने इनसे इसलिए संबंध ख़त्म कर लिए थे, क्योंकि देह व्यापर का काम करती थी।
-हालांकि, हम इनको सुपुर्दे खाख करेंगे, क्योंकि इनके वारिस हैं। इनके शव को लावारिश नहीं होने देंगे।
-जूही थानाध्यक्ष रामलाल पांडेय ने बताया कि सन्नो के घर से 2 लाख 69 हजार रुपए मिले हैं।
-कुछ लोग इनके वारिस आए थे, जिन्हें जांच के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया गया।
-बरामद पैसे को अभी पुलिस कस्टडी में रखा गया है।