November 15, 2024

एक्सीडेंट में कट गए कुछ महिलाओं के पैर, अब मांग रही जहर का इंजेक्शन

खंडवा/इंदौर 1 अप्रैल :  मिनी ट्रक ने तेज रफ्तार में एक ट्रैक्टर ट्रॅाली में टक्कर मार दी जिसमें 4 महिलाओं और 3 लड़कियों के पैर कट गए। कुछ महिलाओं के पैर कटने के बाद उसके अवशेष मिले ही नहीं। एक्सीडेंट के बाद अपनी हालत देखकर घायल महिला जहर के इंजेक्शन के लिए कह रही है। किस तरह एक्सीडेंट में किसी ने एक तो किसी ने दोनों पैर गंवाए…
इंदौर कैसे ले जाएंगे यहीं कर दो जो भी करना है
-घायल महिलाओं व युवतियों के परिजन को डॉक्टरों ने इंदौर ले जाने को कहा।
-शुक्रवार रात तो जैसे-तैसे दर्द से कराहते हुए कटी लेकिन शनिवार का दिन बड़ी मुश्किल से निकला।
-पिता की बेबसी देख बेटियों ने भी अपने आंसू बहने नहीं दिए। दोनों पैर गंवा चुकी पिंकी अपने पिता रामचंद्र को हिम्मत दे रही थी।
-रामचंद्र ने बताया शुक्रवार रातभर पिंकी, ललिता, संगीता, सुंदरबाई, सादियाबाई दर्द के मारे बेचैन रहीं। उन्हें नींद नहीं आई।
-हम लोग हिम्मत देते रहे। रात कब निकल गई। पता ही नहीं चला।
-सुबह डॉक्टर बोले इन्हें इंदौर ले जाओ। यह सुन हमारी हिम्मत ही टूट गई।
-संगीता के पिता सीताराम ने कहा इंदौर कैसे ले जाएंगे यहीं पर कर दो जो भी करना है।

पानी नहीं दे सको तो जहर का इंजेक्शन ही लगवा दो
-हादसे में सादियाबाई का एक पैर ही नहीं मिला।
-पति मंगलसिंह ने खून से सनी सड़क में खूब ढूंढा। घटना के बाद से वह दर्द से तड़प रही।
-सादियाबाई अपने पति से कह रही है एक घूंट पानी ही पिला दो अगर यह भी नहीं कर सकते तो जहर का इंजेक्शन लगवा दो।
-तपती दोपहर में खेतों पर पर काम करने वाली सादियाबाई खुद की हालत देख चीख मारकर रो रही है।
यह था मामला…
-जिले के आदिवासी बहुल क्षेत्र खालवा स्थित रोशनी नदी के पास शुक्रवार शाम मिनी ट्रक ने ट्रैक्टर ट्रॉली को तेज गति से रगड़ मार दी थी।
-हादसे में 4 महिलाओं व तीन युवतियों के पैर कट गए थे। ये सभी लोग ट्रॉली के बाहर पैर लटकाकर बैठे थे।
– दुर्घटना इतनी भीषण थी कि कुछ महिलाओं के पैर कटने के बाद अवशेष मिले ही नहीं।
– ट्रॉली में 25 लोग पैर बाहर निकालकर बैठे थे। ये सभी वनग्राम बट्‌टू से जमनापुर जा रहे थे। शाम 6 बजे हादसा हुआ।
– घायलों को पुलिस वाहन व 108 एंबुलेंस से रात 9 बजे जिला अस्पताल लाया गया था।

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कहां से आ रहे थे लोग
– ये सभी लोग ग्राम जमनापुर के माणक परते की बेटी ताराबाई के विवाह पर (बावड़ा जिमने) भोजन के लिए उसके ससुराल गए थे।
– लौटते समय यह दर्दनाक हादसा हुआ। दुर्घटना के बाद मिनी ट्रक चालक वाहन सहित फरार है।
दुर्घटना में किसी ने एक तो किसी ने दोनों पैर गंवाए

– एक्सीडेंट में किसी ने एक तो किसी ने दोनों पैर गंवा दिए।
– जंगल में घंटों बाद मदद पहुंची। किसी के पास फोन भी नहीं था कि पुलिस को बुला लेते।
– राह चलते लोगों ने जैसे-तैसे गांव वालों और पुलिस को सूचना दी। लेकिन तब तक घायल महिलाओं के पैरों से खून काफी निकल चुका था।
– सड़क और ट्रॉली में खून ही खून था। दर्द से तड़प रही महिलाओं-युवतियों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था।

– सदियाबाई के दोनों पैर मौके पर ही कट गए थे। बायां पैर मिला ही नहीं खून से भरी सड़क पर और आसपास पैर को ढूंढने की काफी कोशिश की।

– पति मंगलसिंह ने कहा मैं तो बीमारी से परेशान हूं। मेरी पत्नी ही मेरे जीने का सहारा था। अब तो इसके दोनों पैर कट गए।
– 12 साल की बेटी सुशीला और मेरा क्या होगा। इससे अच्छा तो भगवान मेरे दोनों पैर और पूरी जिंदगी ले लेता है।