April 19, 2024

अगर आप भी हैं पेट की चर्बी से परेशान तो अपनाएं ये 7 आयुर्वेदिक उपाय

बढ़ते वज़न को कंट्रोल करना एक समस्या है, जो कोरोना वायरस महामारी के दौरान ज़्यादा बढ़ गई है। वज़न एक बार बढ़ जाए, तो उसे कम करना सभी के लिए आसान नहीं होता। खासतौर पर पेट के आसपास जमी ज़िद्दी चर्बी से छुटकारा पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। पेट पर जमे इस फैट को कम करने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ती है। कई लोग वर्कआउट और डाइट कंट्रोल की मदद से भी पेट की चर्बी को कम करने में असमर्थ होते हैं। इसके पीछे जेनेटिक फैक्टर भी हो सकता है, लेकिन आयुर्वेद के अनुसार अगर आप लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करेंगे तो पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है।

बेली फैट को कम करने के लिए कुछ आयुर्वेदिक टिप्स
गुनगुना पानी पिएंः
दिनभर गुनगुना पानी ही पिएं। जब भी प्यास लगे तो फ्रिज के ठंडे पानी की जगह गुनगुना पानी पीने की ही कोशिश करें। असल में, गुनगुने पानी से मेटाबोलिज्म एक्टिवेट होता है, जिससे वज़न कम करने में मदद मिलती है। इससे न सिर्फ बॉडी हाइड्रेट होती है, बल्कि पेट पर जमा फैट्स भी घटते हैं। पानी के अलावा फल और जूस का भी सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। फलों से पाचन को बढ़ावा मिलता है और वजन कम करने में मदद मिलती है।

खाना अच्छी तरह चबाएंः अक्सर लोग खाना जल्दी में खाते हैं और इस चक्कर में ठीक से चबाते नहीं हैं। जबकि खाना अच्छी तरह पच जाए इसके लिए इसे ठीक से चबाकर खाना ज़रूरी है। जब मुंह के लार में कार्बोहाइड्रेट मिलता है, तो पाचन शुरू होता है। इसलिए खाने को अच्छी तरह चबाकर खाना चाहिए। इससे सैटिटी हार्मोन भी बढ़ता है, जिससे आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है।

मेथी का पानीः पेट के आसपास जमी चर्बी कम करने के लिए भूनी हुए मेथी का पाउडर सुबह खाली पेट पानी के साथ लें। इसके अलावा आप मेथी को रातभर पानी में भिगो कर अगले दिन सुबह खाली पेट इसका पानी पी सकते हैं। इससे बेली फैट कम करने में काफी मदद मिलती है।

तेज़ी से चलेंः पेट के फैट्स को कम करने में रोज़ाना वॉक भी आपके काफी काम आ सकती है। रोज़ कम से कम 30 मिनट तक तेज़ी से चलें। इसके अलावा आप योग, एरोबिक्स और पिलाटेस की मदद से भी बेली फैट कम कर सकते हैं।

​अदरक का पानी पिएंः सूखे अदरक के पाउडर में थर्मोजेनिक एजेंट होता है, जो चर्बी को कम करने में मददगार साबित होता है। पानी में सूखे अदरक के पाउडर को उबालें और गुनगुना पी लें। यह मेटाबोलिज्म को बढ़ाने के साथ अतिरिक्त फैट को बर्न करता है।

त्रिफला का सेवन करेंः त्रिफला शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और पाचन तंत्र को मज़बूत करता है। यह पेट की चर्बी घटाने में भी मदद करता है। इसके नियमित सेवन से कब्ज़ की समस्या दूर रही है। आप गर्म पानी में एक चम्मच त्रिफला चूर्ण मिलाकर रोज़ पी सकते हैं।

हल्का डिनर करेंः सुबह का नाश्ता और लंच अच्छा करें ताकि दिन में आपको पर्याप्त एनर्जी मिलती रहे। लेकिन रात के खाने को हल्का रखें और शाम को 7 या 8 बजे के बाद कुछ न खाएं। इससे बेली फैट नहीं बढ़ता। साथ ही रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट जैसे मिठाई, मीठी ड्रिंक्स और तैलीय खाद्य पदार्थों से दूर रहें।

नोट: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।