Faridabad/Alive News: फरीदाबाद के सेक्टर-21बी के करीब दो एकड़ में बने विवेकानंद पार्क में करीब दस साल से गंदगी और अव्यवस्था का आलम बना हुआ है। पार्क नशेड़ियों, आवारा एवं पालतू पशु के साथ साथ जलभराव होने से कीचड़ का तालाब बना हुआ है। पार्क और कीचड़ के तालाब में पास के गांव चंदीला के मवेशी आराम करते है। हालांकि पार्क के सौंदर्यीकरण का कार्य स्मार्ट सिटी ने दो साल पहले शुरू किया था, परन्तु स्मार्ट सिटी के अधिकारी अभी तक ठेकेदार से काम पूरा नही करा पाये हैं।
इसकी वजह से पार्क की दयनीय हालत हो रही है। लोगों के सैर-सपाटा के लिए बने ट्रैक टूट चुके हैं। पार्क में लगी जिम की मशीन भी टुट पड़ी हैं और फूल-पौधे, पेड़ सूख गए है। पार्क में आने वाले लोगों का कहना है कि शिकायत करने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी समस्या का समाधान नही कर रहे हैं।
पार्क में गंदगी और अव्यवस्था का बोलबाला
पार्क में पसरी गंदगी, कीचड़ का तालाब, आवारा एवं पालतू मवेशी और जगह जगह गड्ढे लोगों के सैर-सपाटा में रुकावट बन रहें हैं। पार्क में जगह जगह कूड़े के ढ़ेर और पेड़ो के पत्तों में लगाई जा रही आग से बुजूर्ग परेशान हैं।
पार्क की बदहाली पर बुजूर्ग ले रहे प्रशासन और सरकार की चुटकी
हमारे संवाददाता पार्क की पड़ताल के पार्क पहुंचे तो पार्क में घूमने आने वाले आसपास के बुजुर्ग चर्चा करते हुए सुनाई दिए कि पार्क की दुर्दशा कुछ ज्यादा ही बदहाल है। हमें लगता है कि जो सरकार ने पार्क में स्वामी विवेकानंद जी का स्टेचू लगावाया है, कहीं पार्क की बदहाली देखकर रात को पार्क छोड़कर न निकल जाये। पार्क की बदहाली को देखकर लोग प्रशासनिक अधिकारियों और सरकार की चुटकियां ले रहे थे।
पार्क में रैनीवेल की लाइन की वाॅल लीक होने से बना कीचड़ का तालाब
रैनीवेल के पानी की लाइन पार्क के अंदर से जा रही है जो काफी सालों से लीक हो रही है, जिसकी वजह से पार्क में पानी भर रहा है और पानी में मवेशियों के बैठने से पार्क का एक हिस्सा तालाब में तब्दील हो गया है।
क्या कहना है लोगों का
मैं यहां रोज टहलने के लिए आता था लेकिन पिछले दो सालों से पार्क की बदहाली और कूड़े के ढेर के कारण यहां टहलना भी दुश्वार हो गया है।
-चरण सिंह, स्थानीय निवासी।
पार्क कुछ ज्यादा ही बदहाल है। पार्क की दुर्दशा देखकर हमें भी लगता है कि जो सरकार और प्रशासन ने पार्क में स्वामी विवेकानंद जी का स्टेचू लगाया है वह कहीं पार्क की बदहाली देखकर रात को पार्क छोड़कर न निकल जाये।
-एमएस तंवर, स्थानीय निवासी।
अधिकारियों द्वारा पार्क की बदहाली की कोई खैर खबर नहीं ली जा रही है। जिस कारण पार्क नशेड़ियों का अड्डा बनता जा रहा है।
-ओमप्रकाश, स्थानीय निवासी।
क्या कहना है स्मार्ट सिटी के अधिकारी का
ठेकेदार के साथ किसी काम को लेकर हमारा विवाद चल रहा था, इसकी वजह से पार्क के विकास कार्य को रोक दिया गया था। लेकिन अब यह मामला सुलझ गया है। ग्रेप-4 खत्म होते ही पार्क का सौंदर्यीकरण का काम दोबारा से शुरू कर दिया जाएगा और 31 मार्च तक पार्क के सौंदर्यीकरण का काम खत्म हो जायेगा।
-ज्ञान प्रकाश वाधवा, एक्सईएन-स्मार्ट सिटी फरीदाबाद।